Who is GC Shubhanshu Shukla: ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला (Group Caption Shubhanshu Shukla) और ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर (Group Captain Prashanth Balakrishnan Nair) अंतरराष्ट्रीय आंतरिक्ष स्टेशन (ISS) के भारत-अमेरिका मिशन के लिए चयनित हुए हैं. आसान भाषा में बताएं तो जीसी शुक्ला नासा (NASA) की ओर से अंतरिक्ष स्पेस स्टेशन जाएंगे. भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की.
इसरो ने एक बयान में कहा कि मानव अंतरिक्ष उड़ान केंद्र ने आईएसएस के अपने चौथे मिशन के लिए एक्सिओम स्पेस इंक के साथ एक समझौता किया है. नेशनल मिशन असाइनमेंट बोर्ड ने इसके लिए दो गगनयात्री- ग्रुप कैप्टन शुक्ला (प्रधान) और ग्रुप कैप्टन नायर के नाम की सिफारिश की है.
इसरो का कहना है कि बहुपक्षीय चालक दल संचालन पैनल चालक दल के सदस्यों को ISS पर उड़ान भरने के लिए मंजूरी देगा. अगस्त 2024 के पहले सप्ताह से गगनयात्री अपना प्रशिक्षण शुरू कर देंगे. ऐसे में यह जानना महत्तवपूर्ण है कि आखिर कौन हैं ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला, जिन्हे अंतरिक्ष स्पेस स्टेशन पर जाने का मौका मिलेगा.
शुभांशु शुक्ला (Group Caption Shubhanshu Shukla) को 2000 घंटे की उड़ान का अनुभव
शुभांशु शुक्ला (Shubhanshu Shukla) लखनऊ के रहने वाले हैं. 10 अक्टूबर 1985 में जन्में शुक्ला ने अलीगंज सीएमएस स्कूल से पढ़ाई की है. 18 दिसंबर 2004 में भारतीय वायुसेना में शामिल हुए शुक्ला नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) के छात्र रह चुके हैं. शुक्ला रूस की मॉस्को स्थित यूरी गगारिन कॉस्मोनॉट ट्रेनिंग सेंटर से भी ट्रेनिंग प्राप्त कर चुके हैं. विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला Su-30 MKI, जगुआर, MiG-21, हॉक, An-32 और डोर्नियर जेट उड़ा चुके हैं. उनके पास दो हजार घंटे की उड़ान भरने का अनुभव है.
बेटा भी पिता की तरह बनना चाहता है
शुभांशु साल 2009 में शादी के बंधन में बंधे. उन्होंने कामना शुक्ला से शादी की. उनका एक बेटा भी है. बेटा कियास पांच साल का है. पति की तरक्की देख उनकी पत्नी बेहद खुश हैं. उनका बेटा कियास भी अपने पिता की तरह ही बनना चाहता है.
अब जानें कौन हैं ग्रुप कैप्टन नायर ( Who is Group Captain Prashanth Balakrishnan Nair)
ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर भी नेशनल डिफेंस एकेडमी से ग्रेजुएट हैं. उन्हें अकेडमी में स्वार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया जा चुका है. उन्होंने यूएस एयर कमांड और स्टाफ कॉलेज से भी ग्रेजुएशन किया है. 1999 में भारतीय वायुसेना में कमीशन्ड हुए नायर फाइटर पायलट हैं. वे ए श्रेणी के फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर के साथ-साथ टेस्ट पायलट भी हैं. इनके पास 3000 घंटे से अधिक की उड़ान का अनुभव है. नायर सुखोई-30 स्काव्ड्रन के कमान अधिकारी रह चुके हैं. इन्होंने रूस में भी प्रशिक्षण हासिल किया है.
बता दें, ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को प्रधान अंतरिक्ष यात्री के रूप में चयनित किया गया है. प्रधान अंतरिक्ष यात्री उड़ान भरने के लिए चयनित होता है पर बैकअप में एक अंतरिक्ष यात्री को हमेशा रखा जाता है और ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर बैकअप यात्री हैं.
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