Passport Ranking: सिंगापुर का पासपोर्ट विश्व का सबसे पावरफुल पासपोर्ट है. पासपोर्ट रैंकिंग जारी करने वाली संस्था हेनली एंड पार्टनर्स ने दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्टों की रैंकिंग जारी की है. रैंकिंग इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के आंकड़ों पर आधारित है. इस सूची में भारत 82वें पायदान पर है. जनवरी में जारी हुई लिस्ट के मुकाबले भारत की रैंकिंग में सुधार हुआ है. भारत सूची में तीन पायदान ऊपर आया हुआ है. भारत के पासपोर्ट्स से 58 देशों में एंट्री वीजा फ्री है. बता दें, साल 2023 में भारत 80वें स्थान पर था. सूची में दूसरे स्थान पर पांच देश काबिज हैं.
दूसरे-तीसरे पायदान पर यह देश
सूची में दूसरे स्थान पर जापान, फ्रांस, इटली, जर्मनी और स्पेन है. इन पांचों देशों के पासपोर्ट्स से 192 देशों में वीजा फ्री यात्रा की जा सकती है. वहीं, सिंगापुर के वीजा से 195 देशों में एंट्री वीजा फ्री है. इसके अलावा, ऑस्ट्रिया, आयरलैंड, फिनलैंड, लक्समबर्ग. साउथ कोरिया, नीदरलैंड और स्वीडन पायदान पर तीसरे स्थान पर काबिज हैं. इन देशों के लोगों के लिए 191 देशों में एंट्री वीजा फ्री है.
दुनिया का चौथा सबसे कमजोर पाकिस्तान
भारत का पड़ोसी देश पाकिस्तान सूची में 100वें पायदान पर है. पाकिस्तान का पासपोर्ट दुनिया का चौथा सबसे कमजोर पासपोर्ट है. पाकिस्तानी महज 33 देशों में ही बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं. वहीं, युद्ध के बावजूद यूक्रेन का पासपोर्ट रूस से अधिक मजबूत है. यूक्रेन का पासपोर्ट 30वें स्थान पर है. यूक्रेनी नागरिक 148 देशों में बिना वीजा के ट्रेवल कर सकते हैं. रूसी नागरिकों का 116 देशों में वीजा फ्री एंट्री है. इस्राइली पासपोर्ट की रैंकिंग काफी अधिक है. इस्राइल सूची में 18वें पायदान पर है. अफगानिस्तान का पासपोर्ट दुनिया का सबसे कमजोर पासपोर्ट है. अफगानिस्तान सूची में 103वें पायदान पर है. अफगानी पासपोर्ट्स से 26 देशों में बिना वीजा के यात्रा की जा सकती है.
साल में दो बार जारी होती है रैंकिंग
बता दें, हेनली एंड पार्टनर्स साल में दो बार रैंकिंग जारी करते हैं. पहली रैंकिंग जनवरी में तो दूसरी रैंकिंग जुलाई में. कंपनी की वेबसाइट की मानें तो वे साल भर रियल टाइम डेटा जारी करते हैं. वे लोग वीजा पासपोर्ट में बदलाव का भी ध्यान रखते हैं.