प्रतिबंधित आतंकवादी समूह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) ने कनाडा के बाद अब अगले साल 28 जनवरी से शुरू होने वाले खालिस्तान जनमत संग्रह के अमेरिकी चरण की घोषणा की।
एसएफजे ने यह घोषणा रविवार को कैलिफोर्निया के युबा शहर में 44वीं वार्षिक सिख परेड में की।
इसने 1986 में सिख अलगाववादियों सुखदेव सिंह और हरजिंदर सिंह द्वारा पूर्व भारतीय सेना प्रमुख जनरल ए.एस. वैद्य की हत्याका जश्न मनाते हुए एक झांकी के साथ अमेरिका वोट की घोषणा की। ।
एसएफजे के कानूनी सलाहकार, गुरपतवंत सिंह पन्नून ने आईएएनएस के साथ साझा किए एक बयान में कहा, चालू वैश्विक खालिस्तान जनमत संग्रह इंदिरा गांधी और जनरल वैद्य की हत्या करके ऑपरेशन ब्लू स्टार का बदला लेने से लेकर मतपत्र के माध्यम से भारतीय कब्जे से पंजाब की मुक्ति तक सिख संप्रभुतावादियों की एक उल्लेखनीय यात्रा है। .
यह घोषणा भारत में नामित आतंकवादी पन्नून द्वारा वैश्विक सिख समुदाय से 19 नवंबर से एयर इंडिया की उड़ान बंद करने के आह्वान के एक दिन बाद आई है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में पन्नून ने कहा, हम सिख लोगों से 19 नवंबर से एयर इंडिया से यात्रा न करने के लिए कह रहे हैं। वैश्विक नाकाबंदी होगी। 19 नवंबर को एयर इंडिया से यात्रा न करें नहीं तो आपकी जान खतरे में पड़ जाएगी।
उन्होंने सिख समुदाय से 19 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को बंद करने का आह्वान किया।
पन्नून ने अपने बयान में कहा, जहां खालिस्तान जनमत संग्रह भारत के क्षेत्रीय अखंडता के दावे को चुनौती देने के लिए है, वहीं बॉयकॉट एयर इंडिया का आह्वान भारत के आर्थिक आधिपत्य को तोड़ने के लिए है।
एसएफजे का खालिस्तान जनमत संग्रह का दूसरा चरण 29 अक्टूबर को कनाडा के सरे शहर में संपन्न हुआ, इसमें समूह ने उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा की गिरफ्तारी के लिए 100,000 डॉलर के इनाम की घोषणा की और खालिस्तान के हिस्से के रूप में दिल्ली के साथ एक नया नक्शा जारी किया।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS