भगवान राम की भूमिका निभाने पर बोले गुरुमीत, दुनिया की सबसे बड़ी भूमिका निभाने का मौका मिला

भगवान राम की भूमिका निभाने पर बोले गुरुमीत, दुनिया की सबसे बड़ी भूमिका निभाने का मौका मिला

author-image
IANS
New Update
hindi-gurmeet-on-playing-lord-ram-got-to-play-the-bigget-role-of-the-world--20240122095705-202401221

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

Advertisment

एक्टर गुरमीत चौधरी को 2009 की टीवी सीरीज रामायण में भगवान राम की भूमिका के लिए आज भी याद किया जाता है। इसमें सीता की भूमिका में एक्ट्रेस देबिना बनर्जी थीं।

39 वर्षीय एक्टर ने कहा कि उन्हें और उनकी पत्नी देबिना को दुनिया की सबसे बड़ी भूमिकाएं राम और सीता का किरदार निभाने का मौका मिला।

गुरमीत ने आईएएनएस से कहा, मुझे लगता है कि हम भाग्यशाली हैं क्योंकि हमें दुनिया की सबसे बड़ी भूमिकाएं निभाने का मौका मिला- राम और सीता। लोग कुछ सीखने के लिए रामायण पढ़ते हैं, लेकिन हमें ये भूमिकाएं निभाने को मिलीं तो जरा सोचिए कि हमें इससे क्या-क्या सीखने को मिला है।

एक्टर ने भगवान राम की कई विशेषताओं को आत्मसात किया लेकिन सबसे बड़ी सीख यह थी कि बड़ी परिस्थितियों को कैसे संभाला जाए और उन्हें मुस्कुराहट के साथ कैसे हल किया जाए।

एक्टर ने कहा, मैंने लगभग 15 महीने तक रामायण की, इसलिए हर दिन हम 12 से 15 घंटे तक शूटिंग करते थे और जब आप ऐसे किरदार निभाते हैं और जब आप उस पोशाक में होते हैं तो आप कुछ सीखते हैं। लेकिन जब भी मुझसे पूछा जाता है कि आपने इस किरदार से क्या सीखा है तो मुझे लगता है कि जो लोग गुरुमीत को जानते हैं, वे जानते हैं कि वह बहुत शांत हैं, उसे कभी भी झगड़े में पड़ते या गुस्सा करते नहीं देखा गया... अपने तक ही सीमित हैं।

एक्टर ने आगे कहा, ये वो बातें हैं जो मैंने रामायण से सीखी हैं। यह मेरा पहला शो था और राम जी भी ऐसे ही थे, चाहे उनके साथ कुछ भी हुआ हो उन्होंने मुस्कुराकर सब सुलझा लिया। इसलिए, मैंने यही सीखा है कि जीवन में कठिनाइयों से कैसे छुटकारा पाया जाए या समस्याओं का समाधान कैसे किया जाए।

ये वो चीजें हैं जो मैंने रामायण से सीखी हैं। यह मेरा पहला शो था और राम जी भी ऐसे ही थे, चाहे उनके साथ कुछ भी हुआ हो उन्होंने मुस्कुराकर सब सुलझा लिया। इसलिए, मैंने यही सीखा है कि जीवन में कठिनाइयों से कैसे छुटकारा पाया जाए या समस्याओं का समाधान कैसे किया जाए।

उत्तर प्रदेश के अयोध्या में आयोजित राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर गुरमीत ने कहा कि यह दिवाली जैसा लग रहा है।

गुरमीत ने कहा, एक जगह है जहां लोग अयोध्या आ सकते हैं। वहां कुछ शक्ति और ऊर्जा है। 2 साल पहले देबीना और मैं वहां गए थे और वहां मंदिर का निर्माण चल रहा था।

उस समय हमने उस स्थान पर उस ऊर्जा को महसूस किया। इतने सारे लोग वहां प्रार्थना करने आते हैं… आपकी प्रार्थनाएं उन्होंने सुनीं और आपको वह आशीर्वाद मिला। यह दिवाली जैसा लगता है।

1980 के दशक में रामायण देखने की यादों को ताजा करते हुए, गुरमीत ने कहा: जब रामानंद सागर की रामायण टीवी पर आई थी, तब हम बहुत छोटे थे... मुझे हल्की सी याद है कि मैंने इसे अपने परिवार के साथ देखा था।

2009 में भगवान राम के किरदार से सुर्खियां बटोरने वाले गुरमीत के लिए यह एक सपना सच होने जैसा था।

वही रामानंद सागर ने रामायण बनाई थी, जिसमें मैं राम था और देबीना सीता थीं.. मेरा सपना सच हो गया था।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

Advertisment
Advertisment
Advertisment