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कोटा फैक्ट्री के दौरान ताजा हुई आईआईटी कोचिंग की यादें : जितेंद्र कुमार

कोटा फैक्ट्री के दौरान ताजा हुई आईआईटी कोचिंग की यादें : जितेंद्र कुमार

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IANS
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(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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ब्लैक एंड व्हाइट सीरीज कोटा फैक्ट्री सीजन 3 नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है। सीरीज में लोगों को जीतू भैया का किरदार काफी पसंद आया है। जिस तरह जीतू भैया अपने स्टूडेंट्स से कनेक्ट करते हैं, उन्हें देख हर कोई चाहता है कि उनकी जिंदगी में भी एक जीतू भैया हो।

सीरीज में जीतू भैया का किरदार जितेंद्र कुमार ने निभाया है।

एक्टर जितेंद्र आईआईटी खड़गपुर के छात्र रह चुके हैं। उन पलों को याद करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे उनकी मां उनसे मिलने आती थीं, जब वह राजस्थान के कोटा में पढ़ाई कर रहे थे और बीमार पड़ जाते थे।

2013 में, जितेंद्र ने मुन्ना जज्बाती: द क्यूटिया इंटर्न में एक्टिंग करियर की शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने परमानेंट रूममेट्स, टीवीएफ पिचर्स, इममेच्योर जैसे अन्य शो में काम किया।

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कोटा फैक्ट्री की कहानी कोटा में छात्रों के जीवन और ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) को क्रैक कर आईआईटी में प्रवेश पाने के उनके प्रयासों की है।

अपने पुराने दिनों को याद करते हुए जितेंद्र ने आईएएनएस से बताया, जब मैंने स्क्रिप्ट पढ़ी तो उसमें मुझे एक चीज जो तुरंत पसंद आई वह थी जब वैभव (मयूर मोरे) बीमार हो जाता है, और उसकी मां उससे मिलने आती है। मां और बच्चे के बीच एक अलग ही बॉन्डिंग होती है। टीचर भी कहते हैं कि अपनी मां से ज्यादा गपशप मत करो। उनके साथ ज्यादा समय मत बिताओ।

जितेंद्र ने कहा, असल में, ये चीजें मेरे साथ हो चुकी हैं, और तब मैं सोचता था कि यह मेरे साथ सिर्फ इसलिए हो रहा है, क्योंकि मैं एक छात्र हूं। लेकिन ऐसा हर छात्र करता है और कोटा के पानी में या मेस के खाने में कुछ ऐसा है कि छात्र किसी न किसी तरह बीमार पड़ जाते हैं। उन्हें केवल एक ही तरीके से बचाया जा सकता है और वह है उनकी मां। फिर हर कोई अपनी मां को बुलाता है, और उनके साथ दो महीने बिताता है।

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एक्टर ने कहा कि यह फेज हर किसी की जिंदगी में आता है, और यह काफी हद तक एक दूसरे से संबंध रखता है।

एक्टर ने कहा, मैं सोचता था कि मैं अकेला ऐसा लड़का था जो इस हालात का सामना कर रहा था, बीमार था और अपनी मां को बुला रहा था और मैं पूरी रात अपनी मां के साथ गपशप कर रहा था। मुझे लगा कि मैंने ही ऐसा किया है, लेकिन जब मैंने राइटर से पूछा तो उन्होंने कहा, नहीं, नहीं ऐसा सबके साथ होता है। तो वह स्क्रिप्ट का सबसे जादुई पल था।

अपने पास हिट प्रोजेक्ट्स के चलते जितेंद्र ओटीटी स्टार बन गए हैं। वह कैसा महसूस करते हैं?

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इस सवाल पर जितेंद्र ने जवाब दिया, मुझे अच्छा लग रहा है। मुझे लगता है कि ओटीटी ने कहानीकारों को बहुत कुछ दिया है, एक्सप्लोर और एक्सपेरिमेंट करने के लिए बहुत कुछ दिया है। और मैं भी उन्हीं में आता हूं। मैं कहानियों के साथ एक्सपेरिमेंट कर रहा हूं। मुझे बताया गया है कि स्टोरीज सीमित हैं और अलग-अलग फिल्म निर्माता उन्हें अलग-अलग मॉड्यूल में बना रहे हैं और उन्हें यूनिक तरीके से पेश कर रहे हैं। मुझे खुशी है कि मैं वह सब कुछ कर पा रहा हूं।

कोटा फैक्ट्री के तीसरे सीजन का निर्देशन प्रतीश मेहता ने किया है और इसका निर्माण टीवीएफ प्रोडक्शंस ने किया है।

इसमें तिलोत्तमा शोम, मयूर मोरे, रंजन राज, आलम खान, रेवती पिल्लई, अहसास चन्ना और राजेश कुमार जैसे कलाकार हैं। यह शो नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रहा है।

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डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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