अब चीन और पाक का भारत की तरफ आंख उठाना मुश्किल हो जाएगा. भारत रूस से 120 लंबी दूरी की इंटरसेप्टर मिसाइल लेकर आने वाला है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मॉस्को यात्रा के बाद यह फैसला लिया है. इन मिसाइलों की सबसे खास बात है कि यह सतह से हवा में मार करती हैं. सूचना के मुताबिक इन मिसाइलों को रूसी एयर डिफेंस सिस्टम सुदर्शन चक्र(पुराना नाम s-400 Triumph) में लगाया जाएगा.
पाकिस्तान की खैर नहीं
भारत में इन मिसाइलों के आते ही डिफेंस सिस्टम को खासा मजबूती मिलेगी. एक्सपर्ट्स की मानें तो सुदर्शन चक्र में लगी 40N6 मिसाइलें, वायुसेना के राफेल और सुखोई-30 एमकेआई फाइटर जेट मिलकर पाकिस्तान की पूरी F-16 फ्लीट को मिट्टी में मिला सकती है. इसकी रेंज 380 किलोमीटर है.
कितनी ताकतवर है मिसाइल
मिसाइल कितनी शक्तिशाली है इसका अंदाजा आप इससे ही लगा सकते हैं कि यह कम ऊंचाई पर उड़ रहे टारगेट्स को भी निशाना बना सकती हैं, जैसे हेलिकॉप्टर्स और ड्रोन्स या फाइटर जेट्स.
क्या है सुदर्शन चक्र
सुदर्शन चक्र एक रूसी एयर डिफेंस सिस्टम है, जिसका पुराना नाम S-400 Triumph हुआ करता था. इस एयर डिफेंस सिस्टम में 40N6 इंटरसेप्टर मिसाइलें लगती हैं जो किसी भी तरह के हवाई हमले को हवा में बर्बाद कर सकत हैं.
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रडार पर दिखते ही होगा हमला
सुदर्शन चक्र से वायुसेना की ताकत और बढ़ेगी. इसे सेना के AWACS विमानों और सिस्टम के साथ जोड़ा गया है. ऐसे में जैसे ही दुश्मन रडार पर दिखेगा वैसे ही सुदर्शन चक्र एक्टिव होगा और हमला बोल देगा. अगर रडार की बात करें तो यह 600 किलोमीटर तक की रेंज में करीब 300 टारगेट ट्रैक कर सकता है.
400 किलोमीटर तक होती है रेंज
S-400 मिसाइल सिस्टम में चार तरह की मिसाइलें होती हैं, जिनकी रेंज 400 किलोमीटर तक है. 100 से लेकर 40 हजार फीट तक उड़ने वाले हर टारगेट को पहचान कर यह सिस्टम खत्म कर सकता है.