Rafale fighter jets: भारत लगातार अपनी तीनों सेनाओं नौसेना, वायु सेना और थल सेना की ताकत में इजाफा कर रहा है. अब भारत नौसेना की ताकत बढ़ाने जा रहा है. जिसके लिए जल्द ही नौसेना के लिए 26 राफेल लड़ाकू विमानों को खरीदने जा रहा है. जल्द ही इसपर मुहर लगने का अनुमान है. यही नहीं भारत तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बी की भी डील करने जा रहा है.
भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने इस बारे में सोमवार को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अगले महीने (जनवरी) में 26 राफेल लड़ाकू विमानों के साथ तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बी की खरीद के अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि नौसेना की ताकत में लगातार बढ़ रही है. हम 2047 तक पूरी तरह से आत्मनिर्भर हो जाएंगे.
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62 जहाजों और एक पनडुब्बी का हो रहा निर्माण
नौसेना अध्यक्ष एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने बताया कि भारत जल्द ही 26 राफेल जेट और तीन स्कॉर्पीन पनडुब्बियों की खरीद को अंतिम रूप देने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि वर्तमान में भारत 62 जहाज और एक पनडुब्बी के निर्माण में लगा हुआ है. नौसेना प्रमुख ने कहा कि अगले साल यानी 2025 में बड़ी संख्या में जहाज नौसेना में शामिल होने को तैयार हैं, लेकिन कम से कम एक जहाज नौसेना में शामिल हो जाएगा. इसके साथ ही नौसेना में डीलक्स तकनीक को शामिल करने की कोशिशें भी दो गुनी हो गई हैं.
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चीन-पाकिस्तान से निपटने को तैयार भारत
वहीं चीन की शह पर पाकिस्तान की ओर से अपनी समुद्री ताकत को बढ़ाने की कोशिशों पर नौसेना प्रमुख ने कहा कि, भारतीय नौसेना में पड़ोसी देशों से किसी भी संभावित खतरे से निपटने की क्षमता है. इसके साथ ही हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है. उन्होंने कहा कि, हम चीनी नौसेना इकाइयों समेत हिंद महासागर क्षेत्र में सक्रिय अतिरिक्त क्षेत्रीय बलों की गतिविधियों पर भी नजर बनाए हुए हैं. जिसमें युद्धपोत के साथ अनुसंधान पोत भी शामिल हैं.
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'हिंद महासागर क्षेत्र में नहीं पड़ेगा हमारे हितों पर कोई असर'
नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कहा कि, 'हम ऐसा होते हुए देख रहे हैं. हमारा मानना है कि यह प्रशांत महासागर में और अधिक स्पष्ट होगा. यह सुनिश्चित करने के लिए हम निगरानी कर रहे हैं कि हिंद महासागर क्षेत्र में हमारे हितों पर इसका कोई असर न पड़े. उन्होंने कहा कि भारत का मिसाइल परीक्षण पूरी तरह से सफल रहा है. बता दें कि ही हाल ही में आईएनएस अरिघाट से 3500 किमी मारक क्षमता वाली परमाणु सक्षम मिसाइल के-4 का परीक्षण किया था.