पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत पर दुख व्यक्त किया है. जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार को बीच में उन्होंने छोड़ दिया. उन्होंने कहा कि इस गहरे दुख और विद्रोह की घड़ी में हम फिलीस्तीन और लेबनान के साथ खड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि एक दिन के लिए वह चुनावी प्रचार से दूर रहेंगी. इस दौरान उन्होंने लेबनान में इजरायली हमले में मारे गए नसरल्लाह के समर्थन में जम्मू-कश्मीर के बडगाम में रैली भी निकाली. इसमें बड़ी तादात में महिलाएं भी शमिल हुईं. इस बीच भाजपा ने महबूबा के फैसले पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें ये दर्द बांग्लादेश में मारे गए हिंदुओं के लिए क्यों नहीं होता है.
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती की ओर से लेबनान और गाजा के शहीदों, खासकर हसन नसरुल्लाह के साथ एकजुटता दिखाते हुए अपना अभियान रद्द करने पर भाजपा नेता अल्ताफ ठाकुर का कहना है, "दुनिया में कहीं भी युद्ध नहीं होना चाहिए...महबूबा मुफ्ती एक धार्मिक कार्ड खेल रही हैं...यह यह एक चुनावी स्टंट है..."
जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता कविंदर गुप्ता कहना है, "हसन नसरुल्लाह की मौत पर महबूबा मुफ्ती को दुख क्यों होता है? जब बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमला किया जाता है और उन्हें मार दिया जाता है तो वे चुप्पी साध लेती हैं... ये घड़ियाली आंसू हैं और लोग इसके पीछे की मंशा को समझते हैं."..
इजरायल हमले में मारा गया नसरल्लाह
IDF ने बीते शनिवार को ऐलान किया था कि बड़े हवाई हमले में हिजबुल्लाह चीफ नसरल्लाह मारा गया है. इजरायल डिफेंस फोर्सेज ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा था, ‘अब दुनिया को नसरल्लाह से डरने की आवश्यकता नहीं है. वह अब आतंकवाद नहीं फैला पाएगा. इस खुलासे के करीब 20 घंटे बाद हिजबुल्लाह ने हसन नसरल्लाह के मारे जाने की पुष्टि की थी. हिजबुल्लाह की ओर से शनिवार शाम को बयान जारी किया गया. उसने बताया कि शुक्रवार साढ़े नौ बजे इजरायली हवाई हमले में नसरल्लाह की मौत हो गई.