अनुच्छेद 370 हटने के बाद से अब तक जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव नहीं हुए. लंबे समय से जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का इंतजार है. इस बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है, सूत्रों की मानें तो जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और महाराष्ट्र में एक साथ चुनाव हो सकते हैं. उम्मीद है कि झारखंड में अलग से चुनाव होंगे. 20 अगस्त को इस बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा.
चुनाव आयोग आज जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं. इसके बाद आयोग महाराष्ट्र और हरियाणा का दौरा करेंगी. 12-13 अगस्त को हरियाणा दौरा प्रस्तावित है. हरियाणा के बाद चुनाव आयोग महाराष्ट्र का दौरा करेगी. उम्मीद है कि अक्टूबर में हरियाणा और महाराष्ट्र में मतदान होगा. सितंबर-अक्टूबर तक जम्मू कश्मीर में भी मतदान हो सकता है.
चुनाव आयोग का जम्मू-कश्मीर दौरा
बता दें, विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग की टीम जम्मू-कश्मीर पहुंची है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार सहित तीनों चुनाव आयुक्त राष्ट्रीय और क्षेत्रीय दलों के साथ बैठक करेंगे. बैठक के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस सहित अन्य दलों के लोग पहुंचे हैं. मीटिंग शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेंटर में होगी. इलेक्शन कमीशन पुलिस अधिकारियों और सुरक्षाबलों के साथ भी मीटिंग करेगी. कल 2.30 बजे चुनाव आयोग एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाला है.
सुप्रीम कोर्ट ने दिए यह निर्देश
बता दें, जून 2024 में चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा सहित जम्मू-कश्मीर में वोटर लिस्ट अपडेट कराने के आदेश दिए थे, 20 अगस्त इसकी डेडलाइन थी. दिसंबर 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि जल्द प्रदेश में विधानसभा चुनाव कराएं जाएं. अदालत ने साथ ही निर्देश दिया कि जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए.
दरअसल, 2019 में जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 खत्म किया गया था. इसके अलावा, प्रदेश को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो भागों में बांट दिया गया था. केंद्र ने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर में दिल्ली-पुडुचेरी की तरह ही उपराज्यपाल का शासन होगा. हालांकि, जनता चुनाव से मुख्यमंत्री चुन सकती है.