झारखंड में सियासी हलचल तेज हो गई है. झामुमो नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के बायो से अपनी पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा का नाम हटा लिया है. अब सिर्फ उनकी प्रोफाइल पर झारखंड पूर्व सीएम लिखा दिखाई दे रहा है. गौरतलब है कि रविवार सुबह से उनके दिल्ली आने के बाद कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. ऐसे में X के बायो से पार्टी का नाम हटाने पर कई सवाल खड़े हो गए हैं.
झामुमो पर उनका अपमान करने का आरोप
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से अपनी पार्टी JMM का नाम हटाने के साथ-साथ उन्होंने एक बयान भी जारी किया है. इसमें चंपई सोरेन ने झामुमो पर उनका अपमान करने का आरोप लगाया.
पूर्व सीएम ने अपने एक्स पर लिखा, 'जोहार साथियों, आज समाचार देखने के बाद, आप सभी के मन में कई सवाल उमड़ रहे होंगे. आखिर ऐसा क्या हुआ, जिसने कोल्हान के एक छोटे से गांव में रहने वाले एक गरीब किसान के बेटे को इस मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया.'
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वह भाजपा में शामिल होने की अटकलों के बीच दिल्ली रवाना हुए थे. हालांकि उन्होंने इन कयासों के बीच कहा था कि वह किसी बीजेपी नेता से मिलने नहीं बल्कि किसी निजी काम से दिल्ली आए थे.
वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट्ल का यह भी दावा था कि वह भाजपा से हाथ मिला सकते हैं लेकिन उन्होंने शनिवार को इसपर जवाब देते हुए कहा कि उन्हें इन अटकलों के बारे में कुछ भी मालूम नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरे पास कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है, मुझे केवल मीडिया के जरिए ही पता चला है.
जुलाई में दिया था सीएम पद से इस्तीफा
बता दें कि झारखंड में चंपई सोरेन ने 2 फरवरी 2024 से 3 जुलाई 2024 तक प्रदेश की कमान संभाली थी. इसके बाद उन्होंने बीते महीने जुलाई में मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ दी थी. फिर पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया और हेमंत सोरेन एक बार फिर झारखंड के सीएम बन गए थे. चंपई सोरेन सात बार के विधायक हैं. 2005 से वो लगातार सरायकेला विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं. चंपई सोरेन 1991 में पहली बार सरायकेला सीट से ही विधायक बने थे. इसके अलावा हेमंत सोरेन ने 2019 में उनको कैबिनेट मंत्री का जिम्मा भी सौंपा था. उन्होंने परिवहन, अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति और पिछड़ा वर्ग कल्याण की जिम्मेदारी निभाई थी.