वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर विस्तार से विचार करने के लिए बनाई गई जेपीसी की बैठक संसद भवन परिसर में शुरू हुई. बैठक से पहले मीडिया से बात करते हुए जेपीसी के चेयरमैन जगदंबिका पाल ने बताया कि आज की बैठक में आवास एवं शहरी कार्य, रेलवे और सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालयों के प्रतिनिधियों को वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर अपना प्रजेंटेशन देने के लिए बुलाया गया.
उन्होंने आगे कहा कि इन तीनों मंत्रालयों के प्रतिनिधि जेपीसी की बैठक में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2024 के प्रावधानों पर अपने-अपने साक्ष्य सामने रखेंगे. इस विधेयक पर सभी हितधारकों के साथ बात करने के लिए जेपीसी का गठन हुआ है. अब तक की बैठकों में बहुत सारे हितधारकों के साथ बातचीत हुई.
जेपीसी की यह कोशिश है कि इस कानून से संबंधित तमाम हितधारकों के साथ बातचीत हो. दिल्ली से निकलकर विभिन्न राज्यों में जाकर भी हम हितधारको के संग बातचीत करेंगे. जगदंबिका पाल ने कहा कि सरकार ने इस विधेयक को जेपीसी के भेजा है. ऐसे में उद्देश्य यह है कि एक ऐसा बिल सामने लेकर आएं जो वक्फ के उद्देश्यों को साकार करता है. गरीबों, महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य एवं शिक्षा के लिए लाभकारी हो.
दोनों बैठकें काफी हंगामेदार हुईं
आपको बता दें कि इससे पहले हुई जेपीसी की दोनों बैठकें काफी हंगामेदार हुईं. इन बैठकों में भाजपा और विपक्षी सांसदों के बीच जमकर बहस हुई. जेपीसी की चौथी बैठक शुक्रवार को होने वाली है. बैठक में संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अफसर वक्फ विधेयक पर अपना पक्ष रखने की कोशिश करेंगे. जकात फाउंडेशन ऑफ इंडिया और तेलंगाना वक्फ बोर्ड जैसे मुस्लिम संगठनों को भी जेपीसी ने शुक्रवार की बैठक में बुलावा भेजा है.