Kiren Rijiju warns Muslims: केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने हाल ही में कांग्रेस के सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया है. रिजिजू ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से हिंदुओं को बांटने और मुसलमानों को खुश करने का काम करती रही है. उनके इस बयान ने भारतीय राजनीति में फिर से एक बार धार्मिक पहचान और चुनावी रणनीतियों के मुद्दे को छेड़ दिया है.
किरेन रिजिजू का राहुल गांधी पर हमला
रिजिजू ने एक समाचार एजेंसी IANS को दिए इंटरव्यू में आरोप लगाया कि कांग्रेस मुसलमानों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करती है. उन्होंने कहा, "चुनावों के दौरान कांग्रेस का 15 प्रतिशत वोट शेयर मुसलमानों से आरक्षित होता है. यह उनकी मानसिकता को दिखाता है. इस प्रकार के बयानों से यह साफ है कि रिजिजू कांग्रेस की रणनीति को गहराई से आलोचना कर रहे हैं, जिसमें वह हिंदू मतदाताओं के साथ-साथ मुसलमानों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति पर भी सवाल उठा रहे हैं.
मुसलमानों के लिए चेतावनी
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए, रिजिजू ने राहुल गांधी की योग्यता पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, राहुल गांधी को एससी, एसटी और ओबीसी के मुद्दों के बारे में भी कुछ नहीं पता. फिर भी, वह लगातार इन समुदायों के बारे में बात करते रहते हैं. इस प्रकार के आरोप से यह संकेत मिलता है कि रिजिजू चाहते हैं कि लोग कांग्रेस के वादों पर भरोसा न करें.
मुस्लिम समुदाय से सवाल
रिजिजू ने कांग्रेस पर यह आरोप भी लगाया कि पार्टी ने पिछले 60 सालों में मुसलमानों को गरीब बनाया है. उन्होंने मुसलमानों से सवाल किया, "आपको किसने गरीब बनाया?" और सीधे तौर पर कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया. इसके विपरीत, उन्होंने यह भी बताया कि कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार मुसलमानों के लिए बैंक खाते खोलने, आवास प्रदान करने, और अन्य आवश्यक सेवाएं मुहैया कराने का काम कर रही है.
वोट बैंक की राजनीति
रिजिजू ने कांग्रेस को चेतावनी दी कि वह मुसलमानों को वोट बैंक न बनाएं. उन्होंने कहा, "इस बार हम सुनिश्चित करेंगे कि अल्पसंख्यकों के वोट कांग्रेस को न मिलें. उनका यह बयान यह दर्शाता है कि बीजेपी अपनी रणनीति में बदलाव लाने के लिए तत्पर है, ताकि मुसलमानों को कांग्रेस से दूर किया जा सके.