कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में लेडी ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुई हैवानियत सुर्खियों में हैं. रेप और हत्या केस में बंगाल में बवाल मचा हुआ है, जो थमने का नाम नहीं ले रहा है. पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए छात्रों-डॉक्टरों के साथ-साथ राजनीतिक दलों की भी एंट्री हो गई है. राजनीतिक दलों के आने से राजनीति भी बढ़ गई है. एक तरफ मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के समर्थक सड़कों पर हैं तो वहीं दूसरी ओर शुक्रवार को भाजपा की महिला इकाई महिला आयोग का घेराव करने वाली है.
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महिला विंग आयोग दफ्तर पर लगाएगी ताला
रेप-मर्डर मामले में बंगाल महिला आयोग की कथित निष्क्रियता पर भाजपा ने रोष व्यक्त किया है. इसी वजह से भाजपा महिला मोर्चा महिला आयोग के दफ्तर तक मार्च करेगी. बंगाल भाजपा के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने बताया कि महिला मोर्चा के सदस्य आयोग के दफ्तर के बाहर ताले लगाएंगी.
टीएमसी भी करेगी प्रदर्शन
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एलान किया कि टीएमसी समर्थक छात्र 30 अगस्त को प्रदर्शन करेंगे. 31 अगस्त को पार्टी हर ब्लॉक में प्रदर्शन करेगी. वहीं, टीएमसी महिला मोर्चा एक सितंबर को प्रदर्शन करेगा.
….तो राज्यपाल के खिलाफ होगा प्रदर्शन- ममता बनर्जी
ममता बनर्जी की मांग है कि रेप के खिलाफ देश में सख्त कानून बनना चाहिए. उन्होंने बताया था कि विधानसभा में वे ऐसा कानून लाएंगी, जिससे रेप के आरोपी को 10 दिनों में ही न्याय मिल जाएगा. अगर इस बिल को राज्यपाल ने अटकाने की कोशिश की तो प्रदर्शन किया जाएगा.
अधीर रंजन चौधरी ने भी साधा निशाना
एक दिन पहले, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी ममता बनर्जी के खिलाफ यात्रा निकाली थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि बंगाल के लोगों और मृतक डॉक्टर के परिजनों की मांग का हम समर्थन करते हैं. उनके स्वर में हम अपने स्वर मिलाते हैं. चौधरी ने दावा किया कि ममता खुद नहीं चाहती हैं कि मामले की ठीक से जांच हो क्योंकि इससे कई रहस्य सामने आ जाएंगे. वह नहीं चाहती कि ऐसा हो. इस वजह से कुछ भी अनाप-शनाप बोल रहीं है. अपने रहस्य को छिपाए रखने के लिए ही वे लोगों को डराकर-धमकाकर मामले को बंद करने की कोशिश कर रही हैं.
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