Kolkata Rape Case Video: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल हॉस्पिटल में अभया की लाश मिली. इस लाश पर जख्मों के निशान थे. अभया लड़ती रही लड़ती रही और फिर उसकी जान चली गई. अभया दरिंदों से तब भी लड़ रही थी, जब वह जिंदा थी. जी हां सीबीआई की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है. अभया संदीप घोष के काले कारनामों का चिट्ठा खोलने वाली थी. अभया बड़े राज उगलने वाली थी. अभया उस अस्पताल में ही लोगों की पोल खोलने वाली थी. लेकिन प्लान बनाया गया उसके खिलाफ और उसे पता भी नहीं चला. सीबीआई की रिपोर्ट में मिली जानकारी के मुताबिक अभया अस्पताल में इस्तेमाल किए जाने वाली दवाइयों पर सवाल खड़े करने लगी थी.
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अस्पताल में चल रहा था काला धंधा
क्योंकि इन दवाइयों पर बड़ी शिकायत सामने आईं. इन दवाइयों की वजह से कई लोगों की जान जा रही थी. अस्पताल में सफल ऑपरेशन हो रहा था. ऑपरेशन के बाद इस्तेमाल किए जाने वाले एंटीबायोटिक मेडिसिन बेकार गुणवत्ता की थीं यानी कि खराब थी, जिनका इस्तेमाल करने के बाद लोगों की जान चली जा रही थी. यानी कि ऑपरेशन बेहद सक्सेसफुल होता था लेकिन एंटीबायोटिक का इस्तेमाल करने के बाद लोगों की जान चली जा रही थी और केवल लोगों की नहीं बल्कि बच्चों की भी जान गईं. कई बच्चों के ऑपरेशन होने के बाद जो एंटीबायोटिक्स इस्तेमाल किए गए उससे बच्चों बूढ़ों बुजुर्गों की जान चली गईं और यह अस्पताल में लोगों को पता भी चलने लगा था कि एंटीबायोटिक्स ठीक नहीं है.
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दवाइयों के नाम पर अस्पताल में भ्रष्टाचार
लोगों को इस बात की भनक लगने लगी थी कि दवाइयों के नाम पर अस्पताल में भ्रष्टाचार किया जा रहा है. दवाइयों को कम दामों में लाया जा रहा है जो कि असली नहीं है और उनके इस्तेमाल से लोगों की जान चली जा रही हैं. लगातार लोगों की जान जाने के बावजूद संदीप घोष ने इस पर कोई कार्यवाही नहीं की और अभया को यह बात पता चलने लगी. उसने आवाज उठाना शुरू किया. सहयोगियों ने मना किया कि तुम ऐसा मत करो चुप रहो क्योंकि यह ऊपर तक का मामला है, डर कर रहो क्योंकि वहां हर कोई बात जानने लगा था. सब शांत थे अभया ने आवाज उठाई. अभया ने बोला कि मैं चुप नहीं रहूंगी तुम देख लो अपना. अभया ने एक तरफ से संदीप घोष का पुरजोर विरोध करना शुरू कर दिया. अस्पताल में ही आवाज उठाना शुरू कर दिया. एंटीबायोटिक्स दवाइयों पर आवाज उठाई उसने, लेकिन अब माना जा रहा है कि उसकी हत्या के पीछे उसके बर्बरता के पीछे संदीप घोष का हाथ है और यही वजह है कि अभया उसके काले कारनामों का चिट्ठा खोलने जा रही थी. यही वजह है कि अस्पताल के अंदर ही उसे मारा गया है. अभया निडर थी बहादुर थी लड़ते-लड़ते मरी है. अभया तब भी लड़ती रही जब वो जिंदा थी.
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लेडी डॉक्टर ने किया खुलासा
एक ऑडियो भी वायरल हुआ है जो कथित लेडी डॉक्टर का था और उसने ने यही बात बताई कि अभया कुछ बड़ा खुलासा करने वाली थी और उसने अंदर की बात बताई कि आरजी कर मेडिकल हॉस्पिटल में गंदा धंधा चलता है. इंटर्न्स को पास करने के एवज में सेक्स वर्कर का काम करने को कहा जाता है. अपने घर का भी काम करवाता है संदीप घोष. साथ में वहां भ्रष्टाचार होता है, जो दवाइयां आती हैं वह कम गुणवत्ता वाली होती हैं जिससे लोगों की जान भी चली जाती हैं. लेकिन किसी को इससे परवाह नहीं है जो संदीप घोष है. उसके जो पॉवर है, वो पॉलिटिकल लेवल तक बहुत हाई है और फंडिंग देता है.