महाराष्ट्र में विधानसभा चुनावों के नजदीक आते ही राजनीतिक माहौल गर्मा गया है. इस बीच, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में चुनावी मुद्दों, महायुति गठबंधन और RSS पर अपने विचार साझा किए. गडकरी ने महाराष्ट्र की सियासत, सरकार की उपलब्धियों और बीजेपी की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की.
मोदी सरकार के कार्यों पर गडकरी का जोर
नितिन गडकरी ने कहा कि लोकतंत्र में हर चुनाव पार्टी के कार्य और नेतृत्व की परीक्षा होती है. उन्होंने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और कहा, "पिछले दस सालों में मोदी जी के नेतृत्व में जो सरकार बनी है, उस दौरान महाराष्ट्र में जो काम हुए हैं, वे किसी से छिपे नहीं हैं. साठ साल में जो काम कांग्रेस नहीं कर सकी, वह हमारी सरकार ने किया है."
नागपुर में मेट्रो परियोजना
गडकरी ने यह भी कहा कि नागपुर में मेट्रो परियोजना समेत कई बड़े प्रोजेक्ट्स ने शहर की तस्वीर बदल दी है. पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फणडवीस की योजनाओं का जिक्र करते हुए गडकरी ने कहा कि महायुति गठबंधन के नेतृत्व में महाराष्ट्र का भविष्य बदलने की ताकत है, इसलिए जनता का समर्थन महायुति को मिलेगा.
महायुति के लिए प्रचार
बीजेपी और महायुति के उम्मीदवारों के प्रचार को लेकर गडकरी ने साफ किया कि वह महायुति के लिए प्रचार करेंगे. उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि हमारे पार्टी के उम्मीदवार और गठबंधन के उम्मीदवार दोनों जीतकर आएं. जब मेजॉरिटी बनेगी, तो ही मुख्यमंत्री तय होगा." गडकरी ने यह भी बताया कि उनकी पार्टी लोकतांत्रिक है, और नए मुख्यमंत्री का चयन केंद्रीय नेतृत्व और विधायकों की राय पर निर्भर करेगा.
RSS पर गडकरी का बयान
RSS के बारे में गडकरी ने कहा कि वह संघ के स्वयंसेवक हैं और संघ एक गैर-राजनीतिक संगठन है. उन्होंने कहा, "RSS ने कभी किसी पार्टी का सीधे समर्थन नहीं किया. लेकिन समाज, लोकतंत्र और राष्ट्र के हित में संघ के स्वयंसेवक क्या काम करें, यह उनका अधिकार है. राष्ट्रवाद के विचारों के कारण अधिकतर स्वयंसेवक बीजेपी का समर्थन करते हैं."
जातिवाद और राजनीति पर टिप्पणी
जातिवाद को लेकर गडकरी ने तीव्र आलोचना की और कहा, "जातिवाद ने हमारे देश का बहुत नुकसान किया है. मैं राजनीति में जाति के आधार पर काम करने का विरोधी हूं. जो जातिवाद की बात करेगा, मैं उसे कड़ी से कड़ी सजा दूंगा." गडकरी ने यह भी कहा कि समाज में जाति, धर्म और भाषा के आधार पर कोई बड़ा या छोटा नहीं होता.
अजित पवार पर गडकरी का रिएक्शन
केंद्रीय मंत्री ने एनसीपी नेता अजित पवार के बारे में पूछे गए सवाल पर कहा, "कौन जुड़ते हैं और कौन टूटते हैं, यह परिस्थिति पर निर्भर करता है. किसी के जुड़ने या टूटने से राजनीति में बदलाव आते हैं, और कभी-कभी इसके अच्छे और बुरे परिणाम होते हैं. गडकरी ने कहा कि बीजेपी ने समाज के विभिन्न वर्गों से जुड़कर अपने आधार को मजबूत किया है.