महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव प्रचार में चुनाव आयोग ने अब तक 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा की जब्ती की है. सीईसी के अनुसार, महाराष्ट्र और झारखंड में 2019 के चुनाव की तुलना में सात गुना ज्यादा बरामदगी हुई है. अफसरों को अगले दो दिनों तक प्रलोभनों पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं.
महाराष्ट्र चुनाव का प्रचार आज थम चुका है. 20 नवंबर को मतदान होने वाले हैं. वहीं 23 सितंबर को यहां पर वोटों की गिनती होगी. इससे पहले चुनाव आयोग ने सभी इंतजाम कर लिए हैं. हर बूथ की सुरक्षा व्यवस्था से लेकर सभी तरह के नियमों के पालन को लेकर सख्त निर्देश दिए गए हैं. इस बीच चुनाव आयोग ने एक आंकड़ा जारी किया है. इसमें महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव प्रचार के दौरान एक हजार करोड़ रुपये की जब्ती बताई गई है. यह जब्ती 2019 से सात गुना अधिक है.
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झारखंड में 38 सीटों पर ये होंगे खास प्रत्याशी
झारखंड की 38 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा. इसे लेकर सोमवार को प्रचार थम गया. इस चरण के प्रमुख प्रत्याशियों में बरहेट सीट से झामुमो उम्मीदवार के तौर पर सीएम हेमंत सोरेन हैं. वहीं राजधनवार सीट पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के पहले सीएम बाबूलाल मरांडी हैं. इसके अलावा गांडेय सीट से झामुमो की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन, नाला सीट पर झामुमो प्रत्याशी के रूप में विधानसभा के स्पीकर रवींद्र नाथ महतो हैं.
महाराष्ट्र की 288 सीटों पर वोटिंग
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीटों को लेकर 20 नवंबर को वोटिंग होगी. 23 नवंबर को मतगणना होगी. महाराष्ट्र में महायुति और महाविकास अघाड़ी के बीच कड़ा मुकाबला है. एक ओर जहां महायुति अपनी सत्ता बरकरार रखने की कोशिश में जुटी हुई है, वहीं महाविकास अघाड़ी सरकार भी पूरा दमखम लगा रही है. महायुति में एकनाथ शिंदे वाली शिवसेना, भाजपा और अजीत पवार की एनसीपी शामिल है. वहीं महाविकास अघाड़ी में शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस पार्टी है.