फिल्म इंडस्ट्री फॉर राइट्स एंड इक्वालिटी संगठन (फायर) के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को कनाडा फिल्म इंडस्ट्री में महिला एक्टर्स के साथ बदसलूकी के लिए समिति गठन करने की मांग की थी. अब फिल्म चैंबर ,महिला आयोग और फायर के सदस्यों के बिच बैठक, महिला आयोग फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी महिलाओं से करेगी बात. इसके साथ रिपोर्ट भी तैयार करेगी.
केरला फिल्म इंडस्ट्री को लेकर हेमा समिति की रिपोर्ट के बाद अब कर्नाटका फ़िल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ बदसलूकी की शिकायतों के बाद आज बेंगलुरु में कन्नडा फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स ,कर्नाटका महिला आयोग,फिल्म इंडस्ट्री फॉर राइट्स एंड इक्वालिटी समेत कई संगठनों के बीच आज बैठक हुई.
कर्नाटका महिला आयोग एक सर्वे करेगी
इस में बैठक में कन्नडा फिल्म इंडस्ट्री में महिला एक्टर्स ,सपोर्ट स्टाफ के साथ हो रही बदसलूकी पर चर्चा हुई. बैठक में फैसला लिया गया की कर्नाटका महिला आयोग फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी महिलओं की एक सर्वे करेगी. उन्हे किन दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा इसको लेकर एक रिपोर्ट तैयार की जाएगी. इसके बाद आगे की कारवाई होगी. इसके साथ फिल्म इंडस्ट्री में पॉश समिति बनाने को लेकर भी बात की गई है. आने वाले दिनों में पॉश समिति का गठन किया जाए ताकि महिलाएं अपनी शिकायत वहां दर्ज कर सके. दरअसल कुछ दिन पहले फिल्म इंडस्ट्री फॉर राइट्स एंड इक्वाल्टी यानी फायर ने मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को एक चिट्ठी लिखी थी.
महिलाओं के साथ बदसलूकी की शिकायतें आती रहती हैं
उन्होंने कहा था की कन्नडा फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के साथ बदसलूकी की शिकायतें आती रहती हैं. ऐसे में एक रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में समिति का गठन कर ,कन्नडा फिल्म इंड्यूट्री में महिलाओं के साय हो रही नाइंसाफी की जांच की जाए. इसके बाद ही कर्नाटक महिला आयोग ने आज सभी पक्षों की बैठक बुलाई थी.
फायर की अध्यक्ष कविता लंकेश ने न्यूज नेशन से खास बातचीत में कहा की आज भी पुरुषों ने बैठक में महिलाओं की आवाज दबाने की कोशिश की लेकिन वो सफल नहीं हुए. बैठक में अब यह तय हुआ की महिला आयोग फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी महिलाओं से बातचीत करेगी और एक रिपोर्ट तैयार करेगी. वही कन्नडा फिल्म एक्ट्रेस नीतू शेट्टी ने न्यूज नेशन से बातचीत में कहा की 14 साल पहले अब वो इस इंडस्ट्री में आई थी तो उन्हें भी बदसलूकी का सामना करना पड़ा था. मगर उस समय ऐसी कोई व्यवस्था नहीं थी, जहां वो शिकायत कर सकती थी लेकिन अब वक्त आ गया है कि फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं को सम्मान मिले.