कुछ देश और विदेशी ताकतें भारत के विकास में रुकावट डालने की कोशिश कर रही हैं. यह कहना है संघ प्रमुख मोहन भागवत का. उन्होंने कहा कि भारत को किसी भी प्रकार से रोकने के लिए यह देश और शक्तियां अलग-अलग तरह की चालें चलेंगें. भागवत ने जम्मू-कश्मीर में हुए शांतिपूर्ण चुनावों की सराहना की. उन्होंने कहा कि इससे भारत की प्रतिष्ठा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ी है. दरअसल, भागवत विजयदशमी के अवसर पर शनिवार को एक कार्यक्रम संबोधित कर रहे थे.
इस्राइल मुद्दे पर की यह बात
उन्होंने इस्राइल, हमास, हिजबुल्ला और ईरान के बीच युद्ध की आशंका पर भी बात की. उन्होंने कहा कि युद्ध पूरे विश्व में चिंताएं बढ़ गई हैं. यह आग किस-किसको झुलसाएगी, यह बोलना कठिन है.
बांग्लादेश हिंदुओं पर भी की बात
भागवत ने बांंग्लादेश में हिंदुओं पर हुए अत्याचार पर भी बात की. उन्होंने कहा कि कट्टरपंथी ताकतों के कारण अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है. कुछ देश और शक्तियां भारत के आगे बढ़ने में रुकावट डालने की कोशिश कर रही है.
हिंसा का सहारा लिए बिना संगठित रहना आवश्यक है, जिससे समाज दुर्बल न बने. भागवत ने बांग्लादेश में भारत के खिलाफ जारी अफवाहों पर चिंता जताई, जिसमें भारत को देश के लिए खतरा माना जा रहा है और पाकिस्तान से रिश्ते बढ़ाने की बात हो रही है. भागवत ने कहा कि यह उनका षड़यंत्र है, जो नहीं चाहते कि भारत आगे बढ़े. भारत का विकास कई देशों के स्वार्थों पर चोट करता है, जो उनकी दुकानें बंद हो जाएंगी.
बच्चों के हाथों में मोबाइल
उन्होंने आगे कहा कि आज देश के बच्चों के हाथ में मोबाइल है. वे क्या देख रहे हैं, उस पर किसी का नियंत्रण नहीं है. घर परिवार के लिए जरूरी है कि वह इस पर नियंत्रण करें. युवा पीढ़ी नशे के जाल में फंसी हुई है.