उत्तर रेलवे ने इस बार बीते साल की तुलना में कहीं अधिक स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया है. बीते साल की बात करें तो पिछले साल एक हजार से अधिक स्पेशल ट्रेन चलाई गई थीं. मगर इस बार 3500 से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं. इसके अलावा डिमांड में कुछ और ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं. अधिकारियों के अनुसार, हमने इस बार हर एक स्टेशन पर होल्डिंग एरिया बनाए हुआ है. यह पिछली बार की तुलना में 50 प्रतिशत ज्यादा बड़े हैं. होल्डिंग एरिया में लोग अपनी ट्रेन का इंतजार कर सकते हैं. इस बार प्लेटफॉर्म की जगह लोगों को होल्डिंग एरिया में समायोजित किया गया है. रेलवे की ओर से वहां पर हर तरह की सुविधाएं दी जा रही हैं. इसके अलावा खाने-पीने के सामान के साथ टिकटिंग की व्यवस्था भी गई है. यहां पर स्क्रीन भी लगाई गई है. इसके साथ हेल्पिंग काउंटर भी तैयार किए गए हैं.
प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री बंद की गई
रेलवे अधिकारी के अनुसार, प्लेटफॉर्म पर लोगों की भीड़ को नियंत्रित करने का इंतजाम किया गया है. इसके साथ ही नई दिल्ली, पुरानी दिल्ली, गाजियाबाद, आनंद विहार, निजामुद्दीन और दिल्ली सराय रोहिल्ला जैसे अहम स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री बंद की गई है. इस दौरान केवल उन्हीं लोगों को छूट दी गई है, जिनके साथ बुजुर्ग और दिव्यांग होंगे. इसके अलावा हमने वॉलिंटियर्स को भी लगाया गया है. दिव्यांग महिलाओं को ट्रेन तक छोड़ने के लिए सहायता की जाएगी. सुरक्षा के मद्देनजर बीती बार के मुकाबले इस बार करीब 30 फीसदी ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
रिजर्व और अनरिजर्व्ड पैसेंजर के लिए अलग-अलग एंट्री
आरपीएफ की की सुरक्षा बलों की संख्या पिछली बार की तुलना में 30 से 40 फीसदी तक बढ़ाई गई है. इस बार रिजर्व और अनरिजर्व्ड पैसेंजर के लिए अलग-अलग एंट्री गेट बनाए गए हैं. वहीं पैसेंजर एक जगह एकत्र न हों. इस बार जनरल कोच को साथ रखा जाएगा. इस तरह से लोगों को किसी तरह की असुविधा नहीं होगी. कई ट्रेनों में 49 अतिरिक्त कोच भी लगाए गए हैं. पूर्व की ओर जाने वाली 123 अतिरिक्त ट्रेन इस समय चलाई जा रही हैं.