रिपोर्टर- मधुरेंद्र कुमार
भारत की प्रमुख रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी मजगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड (MDL) ने आज डेनमार्क की कंपनी 'नावी मर्चेंट्स' के लिए पहले मल्टी-पर्पस कार्गो वेसल (MPV) के निर्माण का शुभारंभ किया हैं. इस महत्वपूर्ण परियोजना के उत्पादन की औपचारिक शुरुआत 'प्लेट कटिंग सेरेमनी' के साथ की गई.
कई अधिकारी रहें मौजूद
इस समारोह के मुख्य अतिथि 'नावी मर्चेंट्स' के सीईओ साइमन क्रिस्टेंसेन थे. उनके साथ एमडीएल के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर श्री संजीव सिंघल भी मौजूद थे, जिन्होंने संयुक्त रूप से पहली स्टील प्लेट को काटकर निर्माण कार्य का आरंभ किया. इस अवसर पर एमडीएल के शिपबिल्डिंग निदेशक, सीवीओ और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे.
लगभग 700 करोड़ रुपये की है ये परियोजना
एमडीएल ने 'नावी मर्चेंट्स', डेनमार्क के साथ 6 + 4 (वैकल्पिक) जहाजों के डिजाइन, निर्माण और आपूर्ति के लिए अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं. प्रत्येक जहाज की क्षमता 7500 डेडवेट टन (DWT) होगी, और इस परियोजना का कुल मूल्य लगभग 700 करोड़ रुपये (86.05 मिलियन अमरीकी डॉलर) है. इन जहाजों को हाइब्रिड प्रोपल्शन ड्राइव से लैस किया जाएगा, जो कठोर उत्सर्जन मानकों का पालन करेगा और इन्हें 'डीएनवी' (Det Norske Veritas) के तहत प्रमाणित किया जाएगा.
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कैसे होगा ये जहाज?
यह जहाज 'आइस क्लास 1बी' के रूप में डिजाइन किए जाएंगे, जो मध्यम गति के डीजल इंजन और एकल स्क्रू के साथ नियंत्रित पिच प्रणाली से संचालित होंगे. साथ ही, इनमें इलेक्ट्रिकल एनर्जी स्टोरेज सिस्टम्स भी होंगे, जो 'डीएनवी क्लास नोटेशन बैटरी (सुरक्षा)' के तहत वैश्विक संचालन के लिए उपयुक्त होंगे.
क्या-क्या रहेगा फीचर्स?
ये बहुउद्देश्यीय जहाज विभिन्न प्रकार के माल जैसे सूखा बल्क, प्रोजेक्ट कार्गो, कंटेनर, इस्पात उत्पाद, सामान्य माल, वन उत्पाद और खतरनाक माल ले जाने में सक्षम होंगे. पहले जहाज की डिलीवरी अप्रैल 2026 में निर्धारित है, और आज का 'प्लेट कटिंग' समारोह इस महत्वपूर्ण परियोजना के उत्पादन गतिविधियों की आधिकारिक शुरुआत का प्रतीक है.
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