National High Speed Corridor Projects: केंद्र की मोदी सरकार देश में सड़कों और हाइवे का लगातार जाल फैला रही है. इसी कड़ी में अब सरकार देश के आठ राज्यों में नेशनल हाइवे बनाने जा रही है. जिसपर मुहर लग गई है. दरअसल, उत्तर प्रदेश समेत आठ राज्यों में 936 किलोमीटर लंबे आठ नेशनल हाइवे का निमार्ण होना है. जिसे मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति ने मंजूरी दे दी है. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक, आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 50,655 करोड़ रुपये की लागत वाली राष्ट्रीय हाई स्पीड कॉरिडोर परियोजनाओं के निर्माण को मंजूरी दे दी है.
आगरा से ग्वालियर के बीच बनेगा 6-लेन हाइवे
देश के जिन राज्यों में हाइवे के निर्माण होना है उनमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान का नाम भी शामिल है. उत्तर प्रदेश में आगरा से ग्वालियर तक 6 लेन राष्ट्रीय हाई-स्पीड कॉरिडोर बनाया जाएगा. इसकी लंबाई करीब 88 किमी होगी. इस हाइवे के निर्माण पर 4613 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. इस कॉरिडोर से उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश आपस में जुड़ेंगे और दोनों राज्यों के बीच पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. इसके साथ ही दोनों शहरों के बीच की दूरी करीब सात प्रतिशत कम हो जाएगी और यात्रा समय में भी 15 फीसदी की कमी आएगी. 6 लेन का एक्सेस कंट्रोल वाला आगरा-ग्वालियर ग्रीनफील्ड हाइवे यूपी, राजस्थान और मध्य प्रदेश में शुरू होकर डिजाइन किमी 88-400 तक जाएगा.
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खड़गपुर और मोरेग्राम के बीच भी बनेगा हाइवे
इसके साथ ही खड़गपुर और मोरेग्राम के बीच भी नेशनल हाई स्पीड कॉरिडोर का निर्माण होगा. 4 लेन वाले इस नेशनल हाइवे के निर्माण में 10,247 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. इस हाइवे की लंबाई 231 किमी होगी. जिसे एक्सेस कंट्रोल करेगा. यह नेशनल हाइवे देश के उत्तर-पूर्वी भाग और पश्चिम बंगाल, ओडिशा और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों के बीच यातायात को सुगम करेगा. इस हाइवे के बनने के बाद खड़गपुर से मोरेग्राम के बीच 9-10 घंटे वाला सफर 3 से 5 घंटे का रह जाएगा.
गुजरात में भी बनेगा नया हाइवे
वहीं गुजरात के अहमदाबाद में भी एक राष्ट्रीय हाई-स्पीड कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा. जिसे बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (BOT) मोड में बनाया जाएगा. 6 लेन वाले इस हाइवे की लंबाई 214 किमी होगी. जिसे बनाने के लिए सरकार 10,534 करोड़ रुपये खर्च करेगी.
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अयोध्या में बनेगा रिंग रोड
वहीं भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में रिंग रोड का निर्माण होगा, 4 लेन वाले इस रिंग रोड की लंबाई 68 किमी होगी. जिसके निर्माण पर कुल 3935 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. इस रिंग रोड से शहर से गुजरने वाले नेशनल हाइवे- NH 27 (ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर), NH 227 ए, NH 227 बी, NH 330, NH 330 ए और NH 135 ए पर भीड़भाड़ कम हो जाएगी. जिससे राम मंदिर आने वाले तीर्थयात्रियों को आसानी होगी. केंद्रीय मंत्री के मुताबिक, मेजर रिंग रोड अयोध्या में सर्वव्यापी विकास के लिए अप्रूवल हुआ है.
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कानपुर में भी होगा रिंग रोड का निर्माण
इसके अलावा कानपुर रिंग रोड का भी निर्माण होगा. जिसपर कुल 3298 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. 47 किमी लंबे इस रिंग रोड को 6 लेन बनाया जाएगा. जो एक्सेस-कंट्रोल्ड सेक्शन को बनाया जाएगा. इस रिंग रोड से लंबी दूरी के यातायात को शहर की ओर जाने वाले यातायात से अलग करेगा. इस रिंग रोड से उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में माल परिवहन आसान होगा. साथ ही रायपुर-रांची नेशनल हाईस्पीड कॉरिडोर में पत्थलगांव और गुमला के बीच चार लेन सेक्शन का निर्माण किया जाएगा. जबकि चार लेन उत्तरी गुवाहाटी बाईपास और वर्तमान गुवाहाटी बाईपास का भी निर्माण होगा.