पीएम मोदी ने रविवार को एक बार फिर से 'मन की बात' कार्यक्रम के 45वें एपिसोड में देश की जनता को संबोधित किया।
पीएम मोदी ने कार्यक्रम की शुरुआत भारत-अफ़गानिस्तान टेस्ट मैच से की। पीएम मोदी ने मैच को ऐतिहासिक बताते हुए भारतीय क्रिकेट टीम के स्पोर्ट्समैन स्पिरिट की तारीफ़ की। वहीं संबोधन के आख़िर में जीएसटी लागू होने के एक साल पूरे होने को लेकर देश के नागरिकों और राज्यों का धन्यवाद किया।
इससे पहले कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए पीएम ने कहा कि कुछ दिन पहले बेंगलुरु में भारत और अफगानिस्तान के बीच ऐतिहासिक टेस्ट मैच हुआ। यह अफगानिस्तान का पहला अन्तर्राष्ट्रीय मैच था। इस मैच में दोनों ही टीमों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
पीएम ने भारतीय क्रिकेट टीम के तारीफ़ में कहा कि मुझे ये मैच किसी एक विशेष कारण से याद रहेगा। भारतीय टीम ने कुछ ऐसा किया, जो पूरे विश्व के लिए एक मिसाल है। टीम ने ट्रॉफी लेते समय अफगानिस्तान की टीम को भी आमंत्रित किया। स्पोर्ट्समैन स्पिरिट क्या होती है, इस घटना से अनुभव किया जा सकता है।
वहीं योग दिवस के अवसर पर पूरे देश में अलग-अलग कार्यक्रमों के आयोजन को लेकर ख़ुशी ज़ाहिर करेत हुए पीएम ने कहा कि इस 21 जून को चौथे ‘योग दिवस’ पर विश्व-भर में लोगों ने पूरे उत्साह और उमंग के साथ योगाभ्यास किया। सऊदी अरब में पहली बार योग का ऐतिहासिक कार्यक्रम हुआ और बहुत सारे आसनों का प्रदर्शन तो महिलाओं ने किया। योग सभी सीमाओं को तोड़कर, जोड़ने का काम करता है।'
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आइए एक नज़र डालते हैं पीएम मोदी के आज के कार्यक्रम की दस महत्वपूर्ण बातों पर-
1. GST को एक साल पूरा होने वाला है 'वन नेशन, वन टैक्स' देश के लोगों का सपना था, वो आज हकीकत में बदल चुका है। वन नेशन, वन टैक्स रिफॉर्म, इसके लिए अगर मुझे सबसे ज्यादा किसी को क्रेडिट देनी है तो मैं राज्यों को क्रेडिट देता हूं। पीएम ने कहा कि इससे बिचौलिए की भूमिका खत्म हो गई है। देश के ईमानदार लोगों में जीएसटी को लेकर उत्साह का माहौल है।
2. 2019 में जलियांवाला बाग की उस भयावह घटना के 100 साल पूरे हो रहे हैं जिसने पूरी मानवता को शर्मसार किया था। 13 अप्रैल, 1919 का वो काला दिन कौन भूल सकता है जब power का दुरुपयोग करते हुए क्रूरता की सारी हदें पार कर निर्दोष और मासूम लोगों पर गोलियां चलाई गयी थी।
3. संत कबीरदास जी ने अपनी साखियों और दोहों के माध्यम से सामाजिक समानता, शांति और भाईचारे पर बल दिया। उनकी रचनाओं में हमें यही आदर्श देखने को मिलते हैं और आज के युग में भी वे उतने ही प्रेरक हैं। सभी जानते हैं कि कबीरदास मगहर क्यों गए थे ? उस समय धारणा थी कि मगहर में जिसकी मृत्यु होती है, वह स्वर्ग नहीं जाता। कबीर इस पर विश्वास नहीं करते थे। उन्होंने अपने समय की ऐसी ही कुरीतियां और अंधविश्वासों को तोड़ने का काम किया। इसलिए उन्होंने मगहर में समाधि ली।
4. इस 21 जून को चौथे ‘योग दिवस’ पर विश्व-भर में लोगों ने पूरे उत्साह और उमंग के साथ योगाभ्यास किया। सऊदी अरब में पहली बार योग का ऐतिहासिक कार्यक्रम हुआ और बहुत सारे आसनों का प्रदर्शन तो महिलाओं ने किया। योग सभी सीमाओं को तोड़कर, जोड़ने का काम करता है। देश गौरवान्ति हुआ है, जब जल-थल और नभ सैनिकों ने योग का अभ्यास किया। सैनिकों ने पनडुब्बी में योग किया, सियाचीन के बर्फीले पहाड़ों पर योग किया। वायुसेना के हमारे योद्धाओं ने तो बीच आसमान में धरती से 15 हज़ार फुट की ऊंचाई पर योगासन करके सबको स्तब्ध कर दिया।
अहमदाबाद का एक दृश्य तो दिल को छू लेने वाला था। वहां लगभग 750 दिव्यांग भाई-बहनों ने एक स्थान पर योगाभ्यास करके विश्व कीर्तिमान बना डाला। 'वसुधैव कुटुम्बकम्' के जिस भाव को हम सदियों से जीते आये हैं, योग ने उसे सही मायने में सिद्ध करके दिखाया है।
5. कुछ दिन पहले बेंगलुरु में भारत और अफगानिस्तान के बीच ऐतिहासिक टेस्ट मैच हुआ। यह अफगानिस्तान का पहला अन्तर्राष्ट्रीय मैच था। इस मैच में दोनों ही टीमों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। मुझे ये मैच किसी एक विशेष कारण से याद रहेगा। भारतीय टीम ने कुछ ऐसा किया, जो पूरे विश्व के लिए एक मिसाल है। टीम ने ट्रॉफी लेते समय अफगानिस्तान की टीम को भी आमंत्रित किया। स्पोर्ट्समैन स्पिरिट क्या होती है, इस घटना से अनुभव किया जा सकता है।
6. MyGov और NarendraModiApp पर कई लोगों ने मुझे लिखा है कि मैं इस बार की 'मन की बात' में 1 जुलाई को आने वाले डॉक्ट्रस डे के बारे में बात करूं। इस दिन डॉक्टर्स की उपलब्धियों पर जश्न मनाने के साथ समाज के प्रति उनकी सेवा के लिए उन्हें धन्यवाद दिया जाता है। मां हमें जन्म देती है, तो कई बार डॉक्टर हमें पुनर्जन्म देता है।
7. दूर-सुदूर गांवों में बेटियां कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से गांवों के बुज़ुर्गों की पेंशन से लेकर पासपोर्ट बनवाने तक की सेवाएं उपलब्ध करवा रही हैं। मुझे खुशी इस बात की है इस पूरे कार्यक्रम में सरकार की सफलता से ज़्यादा सामान्य मानवी (मानव) की सफलता की बातें देश की शक्ति, नए भारत के सपनों की शक्ति, नए भारत के संकल्प की शक्ति को मैं अनुभव कर रहा था। मेरे लिए तकनीक की मदद से, वीडियो के माध्यम से लाभार्थियों के साथ समय बिताने का एक पल बहुत ही सुखद, बहुत ही प्रेरक रहा है।
8. डॉ. मुखर्जी का सपना था भारत हर क्षेत्र में औद्योगिक रूप से आत्मनिर्भर हो, कुशल और समृद्ध हो। वे चाहते थे कि भारत बड़े उद्योगों को विकसित करे और साथ ही लघु एवं दीर्घ उद्योग, हथकरघा, वस्त्र और कुटीर उद्योग पर भी पूरा ध्यान दे। डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के लिए, जो सबसे महत्वपूर्ण बात थी, वो थी भारत की अखंडता और एकता। हम हमेशा डॉ० श्यामा प्रसाद मुखर्जी के एकता के सन्देश को याद रखें, सद्भाव और भाईचारे की भावना के साथ, भारत की प्रगति के लिए जी-जान से जुटे रहें।
9. पिछले दिनों एक बात मेरे ध्यान में आई और यह बड़ा अनोखा कॉम्बिनेशन है। इसमें एक तरफ जहां प्रोफेशनल्स और इंजीनियर्स हैं वहीं दूसरी तरफ खेत में काम करने वाले, खेती से जुड़े हमारे किसान भाई-बहन हैं।
10. भारत का एक समृद्ध इतिहास रहा है। ऐसा कोई महीना नहीं है, जिसमें कोई-न-कोई ऐतिहासिक घटना न घटी हो। भारत में हर जगह की अपनी एक विरासत है। वहां से जुड़ा कोई संत है, कोई महापुरुष है, कोई प्रसिद्ध व्यक्ति है, सभी का अपना-अपना योगदान है, अपना महात्म्य है। गुरु नानक देव जी ने कोटि-कोटि लोगों को सन्मार्ग दिखाया, सदियों से प्रेरणा देते रहें।
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Source : News Nation Bureau