मंगलवार को महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में 10 हजार केस मिलने के बाद सरकार की नींद उड़ गई. आपको बता दें कि आज मिलने वाले केस सोमवार के मुकाबले 40 प्रतिशत अधिक हैं. हालांकि इन मामलों में 89 फीसदी के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं. लेकिन अचानक आए इतने केसों ने राज्य में भय पैदा कर दिया है. सरकार ने बढ़ते केसों को देखते हुए कई नए नियम बनाएं हैं. नए मरीजों की बात करें तो 834 को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है. उनमें से 52 को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ी है. वहीं दो मरीजों की मौत भी हुई है.
यह भी पढ़ें : e-Shram scheme: श्रमिकों के खाते में आ गए 1000-1000 रुपए, ये है चैक करने का आसान तरीका
आपको बता दें कि महाराष्ट्र के 70 फीसदी से ज्यादा मामले मुंबई में ही मिल रहे हैं. राज्य में कड़ी पाबंदियों के बीच ये मामले बढ़ रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई में रिकवरी रेट 92 प्रतिशत है और 28 दिसंबर 2021 से 3 जनवरी 2022 तक कोविड मामलों का ग्रॉथ रेट 0.63 प्रतिशत है. वहीं डबलिंग रेट 110 दिन है. वर्तमान में 16 कंटेनमेंट जोन हैं और 389 बिल्डिगों को सील किया हुआ है. पिछले 24 घंटे में 31015 लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की गई है.
बता दें कि कोरोना के मामलों में आई वृद्धि को देखते हुए मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने शहर के स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है. सोमवार को नगर निकाय ने कक्षा 1 से 9 और 11 के सभी स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया. आदेश के अनुसार स्कूल 31 जनवरी तक के लिए बंद किए जा रहे हैं.
HIGHLIGHTS
- सोमवार की तुलना मे 40 फीसदी ज्यादा हुआ कोरोना केसों मे इजाफा
- 89 फीसदी में कोरोना के अलग प्रकार के लक्षण दिखाई दिए
- राज्य सरकार ने लिए कई अहम फैसले, बढ़ाई गई पांबदी
Source : News Nation Bureau