अगले महीने 27 फरवरी को होने वाले नागालैंड विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ नगा पिपुल्स फ्रंट (एनपीएफ), कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) समेत 11 दलों ने चुनाव में भाग नहीं लेना का फैसला किया है।
चुनाव नहीं लड़ने का फैसला कोर कमेटी ऑफ नागालैंड ट्राइबल ऑर्गेनाइजेशन एंड सिविल सोसाइटी (CCNTOCS) की बैठक में लिया गया। बैठक में 11 दलों के प्रतिनिधि और 7 नाना नेशनलिस्ट पॉलिटिकल ग्रुप्स (एनएनपीजी) के सात सदस्यों ने शिरकत की।
इन सभी दलों का कहना है कि केंद्र सरकार दशकों पुरानी नगा लोगों की समस्याओं को पहले सुलझाए नहीं तो वह अपने प्रत्याशी नहीं उतारेंगे।
आपको बता दें कि नगा शांति समझौते पर केंद्र और एनएससीएन-आईएम ने अगस्त 2015 में दस्तखत किए थे। इससे पहले समझौते के लिए करीब 20 सालों तक बातचीत चली। राजनीतिक दलों का मानना है कि समझौते के बाद उस दिशा में अभी तक कोई कार्य नहीं हुआ है।
11 दल-
जिन 11 दलों ने चुनाव में नहीं भाग लेने का फैसला किया है, उनमें- नगा पीपल्स फ्रंट, कांग्रेस, बीजेपी, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक पीपल्स पार्टी, नागालैंड कांग्रेस, यूनाइटेड नागालैंड डेमोक्रेटिक पार्टी, आम आदमी पार्टी, नेशनल कांग्रेस पार्टी, लोक जन पार्टी, जनता दल (यूनाइटेड) और नेशनल पीपल्स पार्टी शामिल है।
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सभी दलों ने साझा घोषणापत्र में कहा, 'नगा लोगों की सर्वसम्मत राय है कि राजनीतिक समाधान या नगा शांति समझौता, चुनाव से ज्यादा महत्वपूर्ण है। इस वजह से अमन चैन के लिए नागालैंड के विधानसभा चुनाव को टालना जरूरी है।'
केंद्र को भेजे गए अपने कड़े संदेश के साथ सीसीएनटीएचसीओ ने चुनाव आयोग के चुनाव के अधिसूचना घोषित करने के एक दिन बाद यानी गुरुवार को बंद बुलाया है। सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ नागालैंड आदिवासी होहो-नागरिक संगठन की कोर कमिटी और छह अलग संगठन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर संयुक्त घोषणापत्र के बारे में जानकारी दी।
नगा समूहों ने चेतावनी दी है कि अगर चुनाव आयोग ने 31 जनवरी की अधिसूचना वापस नहीं लिया तो नागालैंड के लोग सड़कों पर होंगे। संगठनों ने अधिसूचना घोषित करने के एक दिन बाद यानी गुरुवार को बंद बुलाया है।
आपको बता दें कि पूर्वोत्तर के तीन राज्यों मेघायल, नागालैंड और त्रिपुरा में 60-60 सीटों पर चुनाव हो रहे हैं। नागालैंड में नामांकन 31 जनवरी से सात जनवरी के बीच भरा जाएगा। नामांकन की जांच 8 फरवरी को होगी और इसे वापस लेने की अंतिम तिथि 12 फरवरी है। नागालैंड और मेघालय में 27 फरवरी को वोटिंग होगी। तीनों राज्यों में मतों की गणना 3 मार्च को होगी।
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Source : News Nation Bureau