सुप्रीम कोर्ट में आज कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई होगी. पिछली सुनवाई में कोर्ट ने 31 मई तक सुनवाई स्थगित कर दी थी. सभी की निगाहें सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर टिकी हैं. अगर कोर्ट इस याचिका को रद्द करता है तो 1 जून को 12वीं की सीबीएसई और सीआईएससीई बोर्ड की परीक्षाओं का शेड्यूल जारी किया जा सकता है. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट ममता शर्मा द्वारा दायर एक याचिका में केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) द्वारा आयोजित कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की मांग की गई है. याचिका में एक विशिष्ट समय सीमा के भीतर परिणाम घोषित करने के लिए एक 'ऑब्जेक्टिव मैथडोलॉजी' तैयार करने के निर्देश भी मांगे गए हैं.
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सुप्रीम कोर्ट में परीक्षा के पक्ष में याचिका
सुप्रीम कोर्ट में टोनी जोसेफ नाम के याचिकाकर्ता की ओर से परीक्षा कराए जाने के पक्ष में भी याचिका दाखिल की गई है. सुप्रीम कोर्ट में सुबह 11 बजे से सुनवाई शुरू होगी. इससे पहले तमाम विशेषज्ञ इस बात को कह चुके हैं कि 12वीं की परीक्षाएं आयोजित कराई जानी चाहिए. अगर संभव ना हो तो डिजिटल माध्यम से ही परीक्षा करा ली जाएं. गौरतलब है कि 28 मई को इस मामले में जस्टिस एएम खानविलकर और जस्टिस दिनेश माहेश्वरी की पीठ सुनवाई को स्थगित कर दिया था. कोर्ट ने सीबीएसई के 1 जून को परीक्षा को शेड्यूल जारी करने पर भी रोक से इनकार कर दिया था.
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1 जून को होगा फैसला
12वीं की परीक्षाओं को लेकर 23 मई को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक की अध्यक्षता में एक हाई लेवल बैठक की गई थी. इसके बाद शिक्षा मंत्री ने कहा कि 12वीं की परीक्षा की तारीखों पर 1 जून को फैसला लिया जा सकता है. ऐसे में अगर आज सुप्रीम कोर्ट का रुख परीक्षाएं आयोजित कराने के पक्ष में होता है तो 1 जून को ही परीक्षा की तारीख घोषित की जा सकती है. सीबीएसई और सीआईएससीई की बोर्ड की 12वीं की परीक्षाओं में देशभर के लगभग 16 लाख छात्र बैठेंगे. वहीं स्टेट बोर्ड के 12वीं के छात्रों की संख्या लगभग 1.5 करोड़ है.