पेट्रोल-डीजल में बेतहाशा वृद्धि का दौर थमने का नाम नहीं ले रही है. शनिवार को पेट्रोल के दाम में 0.22 पैसे/लीटर और डीजल में 0.21पैसे/लीटर की बढ़ोतरी दर्ज़ कर लिया गया है. दिल्ली में आज पेट्रोल 83.40 रुपये/लीटर और डीजल 74.63 रुपये/लीटर बेचा जा रहा है. वहीं मुंबई में पेट्रोल 0.22 पैसे/लीटर की बढ़ोतरी के बाद 90.75 रुपये/लीटर और डीजल 0.22 पैसे/लीटर की बढ़ोतरी के बाद 79.23 रुपये/लीटर के दाम पर बेचा जा रहा है.
जनवरी 2018 के बाद से अब तक की वृद्धि की बात की जाय तो पेट्रोल में अब तक कुल 13.19 रुपये/लीटर की वृद्धि हुई है जबकि डीजल में 14.12 रुपये/लीटर की वृद्धि हो चुकी है. पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान कई बार कह चुके हैं कि केंद्र सरकार ईंधन की कीमतों में हो रही वृद्धि का स्थायी इलाज़ तलाश रही है. हालांकि इस दिशा में अब तक कोई पहल दिखाई नहीं दे रही है.
Petrol & Diesel prices in #Delhi are Rs 83.40 per litre (increase by Rs 0.22) & Rs 74.63 per litre (increase by Rs 0.21), respectively. Petrol & Diesel prices in #Mumbai are Rs 90.75 per litre (increase by Rs 0.22) & Rs 79.23 per litre (increase by Rs 0.22), respectively. pic.twitter.com/jI6d3dt85c
— ANI (@ANI) September 29, 2018
वित्तमंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को उन सवालों को टाल दिया जो पेट्रोल और डीजल के दाम में कमी करने के लिए कच्चे तेल के आयात पर कर कटौती पर विचार करने को लेकर पूछा गया था. जेटली से पूछा गया कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम करने के लिए क्या सरकार कच्चे तेल पर कर कटौती करने पर विचार कर रही है.
पेट्रोल और डीजल की कीमतें पिछले करीब एक महीने से रिकॉर्ड ऊंचाइयों को छू रही हैं. जेटली जीएसटी परिषद की बैठक के बाद मीडिया को बैठक की जानकारी दे रहे थे.
उनसे जब यह पूछा गया कि क्या बैठक में पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने पर विचार किया गया तो उन्होंने कहा, 'यह एजेंडा में नहीं था.'
कांग्रेस समेत राजनीतिक दल पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की मांग कर रहे हैं ताकि उनपर लगने वाले करों में कमी हो, जिसके फलस्वरूप लोगों को पंप पर कम दर पर तेल मिलेगा.
वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि गैर-जरूरी वस्तुओं का आयात कम करने और निर्यात को बढ़ावा देने के साथ-साथ देश में पेट्रोल और डीजल की खपत करना भी चालू खाता घाटा कम करने के लिए की जा रही पूरी कवायद का हिस्सा है.
इससे पहले शुक्रवार कोलकाता में पेट्रोल का भाव 85 रुपये प्रति लीटर को पार कर गया, जबकि महाराष्ट्र के परभणी जिले में पेट्रोल 92.34 रुपये प्रति लीटर बिकने लगा है. जानकार बताते हैं कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में इजाफा होने के कारण भारत में तेल का आयात महंगा हो गया है. यही कारण है कि तेल विपणन कंपनियां लगातार पेट्रोल और डीजल का दाम बढ़ा रही है.
दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में शुक्रवार को पेट्रोल क्रमश: 83.22 रुपये, 85.03 रुपये, 90.57 रुपये और 86.51 रुपये प्रति लीटर था, जबकि चारों महानगरों में डीजल की कीमतें क्रमश: 74.42 रुपये, 76.27 रुपये, 79.01 रुपये और 78.69 रुपये प्रति लीटर थीं. महाराष्ट्र के परभणी जिले में पेट्रोल 92.34 रुपये प्रति लीटर था, जबकि डीजल 79.51 रुपये प्रति लीटर.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड का दिसंबर वायदा आईसीई पर 0.04 फीसदी की बढ़त के साथ 81.41 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था जबकि नायमैक्स पर डब्ल्यूटीआई का नवंबर डिलीवरी वायदा 0.14 फीसदी की बढ़त के साथ 72.22 डॉलर प्रति बैरल पर बना हुआ था.
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घरेलू वायदा बाजार मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर कच्चे तेल के अक्टूबर डिलीवरी वायदे में 17 रुपये की बढ़त के साथ 5,256 रुपये प्रति लीटर पर कारोबार चल रहा था.
Source : News Nation Bureau