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भारत के 73वें स्वतंत्रता दिवस (73th Independence Day) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi)ने गुरुवार को लाल किले (Red Fort) से छठी बार झंडारोहण किया. 15 अगस्त 1947 को जब देश आजाद हुआ था तो उस समय देश के प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू थे. आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि पहले स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले (Red Fort) पर पीएम ने तिरंगा नहीं फहराया था. गांधी जी इस समारोह में शामिल नहीं हुए और 15 अगस्त तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण नहीं हुआ था. ऐसे कई सारे रोचक तथ्य जिसे आप जानना चाहेंगे..
- दक्षिण कोरिया जापान से 15 अगस्त, 1945 को आज़ाद हुआ था. ब्रिटेन से बहरीन 15 अगस्त, 1971 को और फ्रांस से कांगो 15 अगस्त, 1960 को आज़ाद हुआ था.
- जवाहर लाल नेहरू ने ऐतिहासिक भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टनी' 14 अगस्त की मध्यरात्रि को वायसराय लॉज (मौजूदा राष्ट्रपति भवन) से दिया गया था.
- तब नेहरू प्रधानमंत्री नहीं बने थे. इस भाषण को पूरी दुनिया ने सुना, लेकिन गांधी उस दिन नौ बजे सोने चले गए थे.
- आजादी की जीत में महात्मा गांधी के शामिल ना होने पर नेहरू और पटेल जी ने उन्हें एक खत लिखा। उसमें लिखा था, ”15 अगस्त को हमारा पहला स्वाधीनता दिवस होगा इसमें राष्ट्रपिता को शामिल होकर आशीर्वाद देना चाहिए।” इसके जवाब में गांधीजी ने लिखा था, ”जब कलकत्ता में हिंदु-मुस्लिम एक दूसरे की जान ले रहे हैं तो ऐसे में मैं जश्न नहीं मना सकता। मैं या तो दंगा शांत कराउंगा या फिर अपनी जान दे दूंगा।”
- 15 अगस्त, 1947 को लॉर्ड माउंटबेटन ने अपने कार्यालय में काम किया. दोपहर में नेहरू ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल की सूची सौंपी और बाद में इंडिया गेट के पास प्रिसेंज गार्डन में एक सभा को संबोधित किया.
यह भी पढ़ेंः अब दुनिया और कश्मीरियों को भड़काने में लगा पाकिस्तान, चली ये बड़ी चाल - हर स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री लाल किले (Red Fort) से झंडा फहराते हैं, लेकिन 15 अगस्त, 1947 को ऐसा नहीं हुआ था. लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक नेहरू ने 16 अगस्त, 1947 को लाल किले (Red Fort) से झंडा फहराया था.
- पंद्रह अगस्त, 1950 के दिन असम भीषण भूकंप आया था जिसके कारण यहां करीब 1500-3000 लोगों की मौत भूकम्प के कारण हो गई थी.
- भारत के तत्कालीन वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन के प्रेस सचिव कैंपबेल जॉनसन के अनुसार मित्र देश की सेनाओं के सामने जापान के आत्म समर्पण की दूसरी वर्षगांठ 15 अगस्त को पड़ रही थी, इस कारण इसी दिन भारत को आजाद करने का फैसला किया गया था.
- 15 अगस्त तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण नहीं हुआ था. इसका फैसला 17 अगस्त को रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से हुआ जोकि भारत और पाकिस्तान की सीमाअओं को निर्धारित करती थी.
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- भारत 15 अगस्त को आजाद जरूर हो गया लेकिन उस समय उसका अपना कोई राष्ट्र गान नहीं था. हालांकि रवींद्रनाथ टैगोर 'जन-गण-मन' 1911 में ही लिख चुके थे, लेकिन यह राष्ट्रगान 1950 में ही बन पाया.
- पंद्रह अगस्त भारत के अलावा तीन अन्य देशों का भी स्वतंत्रता दिवस है. दक्षिण कोरिया जापान से 15 अगस्त, 1945 को आजाद हुआ. ब्रिटेन से बहरीन को 15 अगस्त, 1971 को आजादी मिली थी और फ्रांस ने कांगो को 15 अगस्त, 1960 को स्वतंत्र घोषित किया था.
- 15 अगस्त 1519 को पनामा शहर बनाया गया.
- पंद्रह अगस्त 1772 को ईस्ट इंडिया कंपनी ने विभिन्न जिलों में अलग सिविल और आपराधिक अदालतों के गठन का फैसला लिया था.
- पंद्रह अगस्त, 1854 को ईस्ट इंडिया रेलवे ने कलकत्ता (वर्तमान में कोलकाता) से हुगली तक पहली यात्री ट्रेन चलाई थी हालांकि आधिकारिक तौर पर इसका संचालन 1855 में शुरू हो सका था.
- पंद्रह अगस्त 1872 को ब्रिटिश राज से भारत को आजादी दिलाने में शामिल रहने वाले महर्षि अरबिंदो घोष का जन्म हुआ था.
Source : News Nation Bureau
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