रूस और यूक्रेन के बीच जंग पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन में भारतीयों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारतीय छात्रों और नागरिकों को वापस लाने के लिए एक रोडमैप तैयार किया गया है. पोलैंड के रास्ते यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाया जा रहा है. ऑनलाइन पंजीकरण के आधार पर यह पाया कि 20,000 भारतीय नागरिक वहां थे. पोलैंड और यूक्रेन की सीमा पर भारतीय दूतावास ने कैंप बनाए हैं और हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. एक अनुमान के मुताबिक अभी यूक्रेन में लगभग 15,000 भारतीय नागरिक बचे हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि अभी तक 1000 से अधिक लोगों को यूक्रेन से निकाला जा चुका है. 4 बार्डर प्वाइंट से लोगों को बाहर निकालने का कार्य जारी है. भारत के नागरिकों को वहां से बाहर लाने के लिए रेड कोर्स की भी मदद लिया जा रहा है. यूक्रेन की तरफ से इमिग्रेशन प्रोसेस करने में देरी हो रही है क्योंकि मार्शल लॉ लगा है. खरकीव, सूमा के इलाके में जंग जारी है जहां लोगों को सुरक्षित रहने के लिए कहा गया हैं. विदेश मंत्रालय की टीम वहां भी गई है.
विदेश सचिव ने बताया कि भारतीयों को यूक्रेन से निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत 4 फ्लाइट निकल चुके है, 2 फ्लाइट आज रवाना हो रहे हैं. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने पड़ोसी देशों के माध्यम से यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के लिए 'ऑपरेशन गंगा' के तहत उड़ानों की लिस्ट जारी की.
List of flights for operation Ganga for Evacuation of Indians from Ukraine via neighboring countries: Foreign Secretary Harsh V Shringla pic.twitter.com/AmrOrxHeuA
— ANI (@ANI) February 27, 2022
विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंगला ने कहा कि कीव में हमारे दूतावास और हमारे मंत्रालय ने स्थिति विकसित होने से पहले प्रतिकूलताओं को जारी किया था. हमारे 4,000 नागरिक इन सलाहों के अनुसार संघर्ष से पहले वहां से चले गए. यूक्रेन से लगभग 1000 भारतीय नागरिकों को रोमानिया और हंगरी के रास्ते निकाला जा चुका है. 1000 अन्य को लैंड रूट के माध्यम से यूक्रेन से निकाला गया है.
रूस से लगते यूक्रेन के इलाकों में फंसे भारतीयों के बारे में बोलते हुए विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि हमारे मास्को में दूतावास से लोगों की एक टीम को वहां भेजा है, ताकि उस क्षेत्र की मैपिंग हो जाए और ट्रांसपोर्ट का, खाने का, रहने का इंतजाम किया जाए.
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विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि रोमानिया और हंगरी के लिए बॉर्डर क्रॉसिंग कार्यरत है. पोलैंड के लिए बॉर्डर के रास्ते लाखों की संख्या में यूक्रेनी नागरिक और दूसरे देशों के लोगों द्वारा यूक्रेन छोड़ने के प्रयास के चलते वहां समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंगला ने कहा कि चूंकि यूक्रेन में हवाई क्षेत्र बंद था, इसलिए हमने हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया से लैंड के जरिए निकासी अभियान के विकल्पों की पहचान की. विशिष्ट सीमा पार बिंदुओं की पहचान की गई और विदेश मंत्रालय ने निकासी प्रक्रिया में सहायता के लिए टीमों को तैनात किया था.