देश में 72वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन स्थल और दिल्ली के अन्य खास इलाकों में सुरक्षा के इंतजामों को इस कदर चाक चौबंद कर दिया है कि राजधानी को अभेद किले के रूप में बदल दिया गया है। दिल्ली-एनसीआर में सुरक्षा के मद्देनजर करीब 70 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है। जिसमें से करीब 10 हजार पुलिसकर्मी लाल किले पर सुरक्षा के लिए तैनात किए गए हैं।
बता दें कि यह सुरक्षा लाल किले पर प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान वरिष्ठ मंत्रियों, शीर्ष नौकरशाहों, विदेशी हस्तियों और आम लोगों की मौजूदगी के लिए की गई है।
पिछले साल प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान एक काली पतंग का मंच के सामने गिरने के बाद इस बार दिल्ली पुलिस कर्मियों को आसमान खास तौर पर नजर रखने को कहा गया है। पुलिस कर्मियों से यह कहा गया है कि इस बात को सुनिश्चित किया जाए कि लालकिले पर संबोधन के दौरान आसपास के क्षेत्रों में कोई पतंग न दिखाई दे।
गौरतलब है कि पिछले साल जब यह वाक्या हुआ था उस वक्त इस पतंग से किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा था और प्रधानमंत्री ने बिना प्रभावित हुए अपना संबोधन जारी रखा था। हालांकि ऐसी किसी भी घटना से बचने के लिए इस बार लाल किले के आसपास पतंग पकड़ने वालों की तैनाती की गई है और पूर्वाह्न 11 बजे तक क्षेत्र में पतंगबाजी पर रोक लगा दी गई है।
वहीं लाल किले की तरफ जाने वाली सड़कों पर 500 से अधिक और लाल किले के अंदर 200 से अधिक कैमरे लगाए गए हैं। फुटेज पर 24 घंटे नजर रखी जा रही है। प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास से लाल किले तक उनके काफिले वाले मार्ग पर सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों के जरिए नजर रखी जाएगी।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि लाल किले पर सुरक्षा घेराबंदी की आतंरिक परिधि में एनएसजी के अचूक निशानेबाजों और कमांडो की टीम तैनात की गई है। ड्रोन या प्रक्षेपण वस्तुओं के जरिए हवाई घुसपैठ के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए विमानभेदी तोप तैनात की गई हैं।
इस बार दिल्ली पुलिस की स्वाट इकाई की 36 महिला कर्मी भी अपने पुरुष सहकर्मियों के साथ आयोजन स्थल की सुरक्षा में तैनात होंगी।
दिल्ली पुलिस ने शहर में पहले ही पैरा ग्लाइडिंग, ड्रोन या हॉट एयर बैलून उड़ाने जैसी गतिविधियों पर रोक लगा दी है। लाल किले के पास की इमारतों पर पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के जवान तैनात होंगे।
दिल्ली पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के स्पाई संभावित क्षेत्रों पर भी नजर रखेंगे। सुरक्षा इंतजामों में खोजी कुत्ते भी व्यापक हिस्सा होंगे।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) के बयान के अनुसार ट्रेन सेवाएं हर रोज की तरह जारी रहेंगी। सुरक्षा कारणों से लालकिले, जामा मस्जिद, दिल्ली गेट और आईटीओ जैसे मेट्रो स्टेशनों पर समारोह के दौरान सीमित प्रवेश और सीमित निकास होगा। वहीं सुरक्षा कारणों से बुधवार दोपहर दो बजे तक मेट्रो स्टेशनों पर पार्किंग सेवा उपलब्ध नहीं होगी।
Source : News Nation Bureau