कोरोना वायरस (Corona Virus) के संक्रमण से जूझ रहे देश में मरीजों के उपचार के रास्ते आड़े आ रही ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण निर्णय किया है. इसके तहत मोदी सरकार (Modi Government) ने सभी राज्यों में जनस्वास्थ्य सुविधाओं में 162 ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने का निर्णय किया है. इन ऑक्सीजन प्लांट की मदद से कुल 154.19 मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन का उत्पादन संभव होगा. इस तरह कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहे लोगों के उपचार में भारी मदद मिलेगी. गौरतलब है कि शनिवार को पीएम मोदी ने कोविड-19 पर समीक्षा बैठक कर ऑक्सीजन की कमी समेत बेड्स की संख्या बढ़ाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए थे.
गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि देश में एक सौ अस्पतालों के पास प्रधानमंत्री आपात स्थिति नागरिक सहायता और राहत (पीएम केयर्स फंड) के अन्तर्गत अपने ऑक्सीजन संयंत्र होंगे. कोविड महामारी के दौरान आवश्यक चिकित्सा उपकरण और ऑक्सीजन की उपलब्धता की समीक्षा के लिए अधिकार प्राप्त दूसरे समूह की बैठक में यह निर्णय लिया गया. केंद्र सरकार ने कोविड प्रबंधन के विविध पहलुओं पर नजर रखने के लिए ऐसे छह समूह का गठन किया है.
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मंत्रालय ने बताया कि इस फैसले से प्रेशर स्विंग एर्ब्जाब्सन-पीएसए प्लांट निर्मित ऑक्सीजन को बढ़ावा मिलेगा और अस्पतालों को मेडिकल ऑक्सीजन में आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलेगी. स्वास्थ्य मंत्रालय को ऐसे पीएसए प्लांट लगाने की मंजूरी के लिए दूर-दराज के क्षेत्रों में एक सौ अस्पतालों की पहचान करने का निर्देश दिया गया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड मरीजों के उपचार के लिए मेडिकल ऑक्सीजन महत्वपूर्ण घटक है. अधिक कोरोना संक्रमण वाले राज्यों से मेडिकल ऑक्सीजन की मांग विशेष रूप से की जा रही थी. इन 12 राज्यों में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, गुजरात, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, छत्तीसगढ, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं.
#Unite2FightCorona
— Ministry of Health (@MoHFW_INDIA) April 18, 2021
PSA #Oxygen Generation Plants:
162 PSA oxygen plants have been sanctioned by Government of India for installation in public health facilities in all States.
These will augment medical oxygen capacity by 154.19 MT.
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इसके पहले केंद्र सरकार ने ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए 50 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन के आयात का फैसला किया था. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 'मेडिकल ऑक्सीजन की बढ़ती मांग को देखते हुए 50 हजार मीट्रिक टन मेडिकल ऑक्सीजन के आयात के लिए टेंडर जारी किया जाएगा. संभावित स्त्रोतों की पहचान विदेश मंत्रालय करेगा.' स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह भी कहा है कि अप्रैल 20, 25 और 30 के लिए 12 अधिक डिमांड वाले राज्यों के लिए 4880, 5629, 6593 मीट्रिक टन की पहचान की गई है.
HIGHLIGHTS
- देश भर के अस्पतालों में लगाए जाएंगे 162 ऑक्सीजन प्लांट
- इनकी मदद से 154.19 मीट्रिक टन ऑक्सीजन होगी उत्पादित
- इसके पहले 50 हजार मीट्रिक टन ऑक्सीजन के आयात का फैसला