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सिख दंगा: सज्जन कुमार को आजीवन कारावास मिलने के बाद कमलनाथ पर उठी कार्रवाई की मांग

अदालत ने कांग्रेस के पूर्व पार्षद बलवान खोखर, सेवानिवृत्त नौसेना अधिकारी भागमल, गिरधारी लाल, पूर्व विधायक महेंद्र यादव और कृष्ण खोखर की दोषिसद्धि भी बरकरार रखी. इसके साथ ही कोर्ट ने अन्य दो आरोपियों की सज़ा तीन साल से बढ़ाकर दस साल कर दी है.

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Deepak Kumar
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सिख दंगा: सज्जन कुमार को आजीवन कारावास मिलने के बाद कमलनाथ पर उठी कार्रवाई की मांग

अब कमलनाथ के खिलाफ भी उठी कार्रवाई की मांग

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भारतीय जनता पार्टी ने 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के मामले में सज्जन कुमार को सोमवार को सुनाई गई उम्रकैद की सजा को कांग्रेस के लिए बड़ा झटका बताते हुए कहा कि इस पार्टी को इसी नरसंहार के आरोपी कमलनाथ के खिलाफ भी कार्रवाई करनी चाहिए. बता दें कि दिल्ली हाई कोर्ट ने सोमवार को कांग्रेस नेता सज्जन कुमार को 1984 के सिख विरोधी दंगा मामले में हत्या की साजिश रचने का दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई. न्यायमूर्ति एस मुरलीधर और न्यायमूर्ति विनोद गोयल की पीठ ने कुमार को आपराधिक षड्यंत्र रचने, शत्रुता को बढ़ावा देने, सांप्रदायिक सद्भाव के खिलाफ कृत्य करने का दोषी ठहराया. हाई कोर्ट ने कहा कि कुमार को ताउम्र जेल में रहना होगा. उनसे 31 दिसम्बर तक आत्मसमर्पण करने को कहा गया और उससे पहले दिल्ली नहीं छोड़ने को भी कहा गया.

प्रकाश जावडेकर ने कमलनाथ पर कार्रवाई करने की उठायी मांग

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने संवाददाताओं से कहा कि 1984 का सिख विरोधी दंगा कोई फसाद नहीं बल्कि एकतरफा नरसंहार था. इस मामले में कांग्रेस नेता सज्जन सिंह को सोमवार को सुनाई गई उम्रकैद की सजा कांग्रेस के लिए झटका है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मामले पर सफाई न दे बल्कि अपने एक और वरिष्ठ नेता कमलनाथ पर कार्रवाई भी करे, जिन पर इन दंगों में शामिल होने का आरोप है.

गौरतलब है कि कमलनाथ सोमवार दोपहर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहे हैं.

आगे कमलनाथ और गांधी परिवार की बारी: हरसिमरत कौर

वहीं केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि 'आज सज्जन कुमार पर फैसला आया, कल जगदीश टाइटलर पर आएगा और आगे कमलनाथ और गांधी परिवार की बारी है.' उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री मोदी को शुक्रिया अदा करना चाहती हूं कि उन्होंने 2015 में शिरोमणि अकाली दल के अनुरोधर पर 1984 नरसंहार की जांच के लिए SIT का गठन किया. यह ऐतिहासिक फैसला है.'

दंगों में शामिल किसी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाना चाहिए- अरविंद केजरीवाल

इस फ़ैसले पर मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, '1984 सिख विरोधी दंगों में सज्जन कुमार को दोषी करार दिए जाने के दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत करता हूं. पीड़ितों के लिए यह बहुत लंबा और दर्द से भरा इंतजार रहा. किसी भी तरह के दंगों में शामिल किसी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाना चाहिए, बेशक वह कितना ही ताकतवर हो.'

इंसाफ देने के लिए अदालत का शुक्रिया- मनजिंदर सिंह

अकाली दल के नेता और दिल्ली के विधायक मजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि सूची में सज्जन कुमार के बाद अगला नंबर जगदीश टाइटलर और कमलनाथ का है. मनजिंदर सिंह सिरसा ने फैसले पर कहा, 'हमें इंसाफ देने के लिए हम अदालत का शुक्रिया अदा करते हैं... हमारी लड़ाई तब तक जारी रहेगी, जब तक सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर को फांसी नहीं दे दी जाती, और गांधी परिवार को घसीटकर अदालत में नहीं लाया जाता, और उन्हें जेल में नहीं डाल दिया जाता...'

कानून से ऊपर कोई नहीं- कांग्रेस नेता सुनील जाखड़

कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने हाई कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कानून से ऊपर कोई नहीं है. जो भी इस अपराध में दोषी हैं, उन्‍हें कड़ी से कड़ी सजा देनी चाहिए. इस मामले में कानून ने अपना काम किया है. इससे लोगों का कानून में भरोसा बढ़ेगा. ऐसे लोगों को राजनीतिक जीवन छोड़ देना चाहिए.

उच्च न्यायालय का निर्णय ऐतिहासिक- सौरभ भारद्वाज

आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा, "हालांकि काफी देर हुई लेकिन सज्जन कुमार पर उच्च न्यायालय का निर्णय ऐतिहासिक है. राज्य की शक्तियों को निर्दोष नागरिकों के नरसंहार के लिए प्रयोग करने नहीं दिया जा सकता. अगर 1984 दंगों में संलिप्त लोगों को सजा दे दी जाती तो कोई भी इसे 2002 (गुजरात दंगा) में इसे दोहराने की कोशिश नहीं करता."

न्याय में देरी हुई लेकिन न्याय मिला- उमर अब्दुल्ला

नेशनल कांफ्रेंस नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा, "न्याय में देरी हुई लेकिन न्याय मिला."

सज्जन कुमार सिख-विरोधी दंगों का प्रतीक- अरुण जेटली

इससे पहले वित्त मंत्री जेटली ने फ़ैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'आज जो निर्णय आया है। हम एनडीए की तरफ से इसका स्वागत करते हैं। 1984 से बड़ा नरसंहार इस देश ने कभी नहीं देखा। मासूमों, बुजुर्गों और महिलाओं की हत्याएं हुईं।' जेटली ने पत्रकारों से कहा, 'यह विडंबना है कि फैसला उस दिन आया है जब सिख समाज जिस दूसरे नेता को दोषी मानता है, कांग्रेस उसे मुख्यमंत्री की शपथ दिला रही है।'

जेटली ने ट्वीट कर कहा, "कांग्रेस ने 1984 के पीड़ितों के न्याय को दफना दिया था. NDA ने मामले को निष्पक्षता और जवाबदेही के साथ आगे बढ़ाया..कांग्रेस और गांधी परिवार की विरासत को 1984 दंगों के पापों का भुगतान करते रहना पड़ेगा."

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने लगातार सच्चाई को ढंकने की कोशिश की, लेकिन आज (सोमवार को) सज्जन कुमार को दोषी ठहराया गया.

दिग्विजय सिंह का जेटली पर पलटवार

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए ट्वीट किया, 'अरुण जेटली जी आपसे यह उम्मीद नहीं थी. कमलनाथ जी पर ना तो इस प्रकरण में कोई FIR है ना चार्जशीट है और ना किसी अदालत में कोई प्रकरण है. 91 से केंद्र में मंत्री रहे तब आपको कोई आपत्ति नहीं थी, अब आपको क्या हो गया?'

और पढ़ें- सज्जन कुमार के खिलाफ मुख्य गवाह ने कोर्ट में बताया रोंगटे खड़े कर देने वाला सच...

बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा भूख हड़ताल पर

पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर में बीजेपी नेता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने कांग्रेस नेता कमलनाथ को मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री बनाए जाने के विरोध में भूख हड़ताल शुरू कर दी है. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता सिख विरोधी दंगों में शामिल थे. बता दें कि इस इलाके में 1984 के सिख विरोधी दंगों से प्रभावित कई परिवार रहते हैं.

क्या है मामला

एक ही परिवार के सिखों केहर सिंह, गुरप्रीत सिंह, राघवेंदर सिंह, नरेंद्र पाल सिंह और कुलदीप सिंह की एक भीड़ ने दिल्ली छावनी के राजनगर में हत्या कर दी थी, इसी मामले में सज्जन कुमार और पांच अन्य को सजा सुनाई गई है.

कांग्रेस नेता को 31 दिसंबर तक आत्मसमर्पण करने कहा गया है.

Source : News Nation Bureau

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