आम आदमी पार्टी के नेता और पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष एचएस फुल्का ने 1984 सिख देंगे में पीड़ित की तरफ से पैरवी की इजाजत मांगी है। बार काउंसिल को चिट्ठी लिखकर फुल्का ने 1984 सिख विरोधी दंगा मामले में पीड़ितों की तरफ से पैरवी जारी रखने के लिए इजाजत मांगी है। फुल्का करीब 30 साल से सिख दंगा पीड़ितों का केस कोर्ट में लड़ रहे हैं।
इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुए सिख दंगे में कांग्रेस नेता एच के एल भगत, सज्जन कुमार और जगदीश टाइटलर को आरोपी बनाया गया था
सिख दंगे में मारे गए लोगों के परिजनों की तरफ से फुल्का सुप्रीम कोर्ट में मामले की पैरवी करते हैं।
फुल्का आम आदमी पार्टी के नेता है और साल 2014 में लुधियाना से लोकसभा चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि इन्हें लोकसभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।
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लेकिन इसी साल पंजाब में हुए विधानसभा चुनाव में ये दक्खा विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बने हैं।
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फुल्का दिल्ली हाई कोर्ट में वकील होने के साथ ही मानवाधिकारों के लिए लड़ने वाले कार्यकर्ता भी है। फुल्का ने अपनी पढ़ाई चंडीगढ़ से ही की है।
Source : News Nation Bureau