1984 में हुए सिख विरोधी दंगे मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (cbi) ने कोर्ट के सामने रिपोर्ट सौंपी है. CBI ने दंगे केक साक्षी रहे अभिषेक वर्मा की लाई डिटेक्टर रिपोर्ट कोर्ट के सामने सौंप दी है. साथ ही CBI ने कोर्ट से जगदीश टाइलर के खिलाफ जांच करने के लिए 2 महीनों का वक्त मांगा है. सीबीआई ने कहा कि दो महीने के भीतर टाइलर पर लगे आरोपों की जांच कर ली जाएगी. टाइलर सिख विरोधी दंगा मामले में आरोपी है.
मामले की अगली सुनवाई 22 मई को
वहीं, टाइलर ने अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार और बेबुनियाद बताते हुए सफाई दी. फिलहाल मामले की सुनवाई 22 मई तक के लिए स्थगित की गई है.
इस कारण भड़के थे दंगे
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 31 अक्टूबर 1984 को सिख विरोधी दंगे भड़के थे. दरअसल इंदिरा गांधी की हत्या उनके सिख अंगरक्षकों ने की थी. जिसके बाद दंगे भड़क उठे थे. आपको बता दें कि उस दौरान देश के कई राज्यों में हत्या और आगजनी की वारदातें हुईं थीं. इन दंगों में तीन हजार से ज्यादा लोगों की जान गई थी. जिसमें अधिकतर लोग दिल्ली थे.
Source : News Nation Bureau