कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (एमएसडीई) द्वारा कौशल भारत कार्यक्रम के तहत पिछले तीन सालों में 2.5 करोड़ लोगों को प्रशिक्षित किया गया। पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस और कौशल विकास, उद्यमिता मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने बुधवार को यह बातें कही।
उन्होंने कहा, 'कौशल भारत कार्यक्रम के तहत पिछले तीन सालों में 2.5 करोड़ लोगों को प्रशिक्षित किया गया। पिछले दो सालों में हमने 450 से ज्यादा प्रधानमंत्री कौशल केंद्र (पीएमकेके) संचालित किए हैं, जहां कौशल विकास के लिए अत्याधुनिक बुनियादी ढांचा मुहैया कराया गया है। उद्योग और प्रशिक्षण भागीदार पारिस्थितिकी तंत्र की मदद से 2018 के अंत तक देश के 700 जिलों में पीएमकेके बनाए जाएंगे।'
उन्होंने कहा, 'साथ ही उद्यमिता के अवसरों को मुद्रा योजना से जोड़ा जाएगा। अगले एक तिमाही (जुलाई, अगस्त, सितंबर) में हम एक लाख कुशल छात्रों को उद्यमशीलता से जोड़ने का लक्ष्य रखेंगे।'
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कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय ने अपनी फ्लैगशिप योजना - प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) को 2015 में लांच किया था, जिसके अंतर्गत देश भर में 50 लाख उम्मीदवारों (पीएमकेवीवाई के तहत 19 लाख, पीएमकेवीवाई 2016-20 के तहत अब तक 27.5 लाख) को प्रशिक्षण दिया गया। पीएमकेवीवाई के तहत 2020 तक एक करोड़ युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने बताया कि पीएमवीकेवाई के तहत राज्यों को 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का आवंटन किया गया है और 2016-18 के बीच 20 लाख से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है।
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Source : IANS