राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच सीएम आवास पर कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है. इस बैठक के बाद बसों में सवार होकर कांग्रेस विधायक सीएम आवास से निकल चुके हैं. जानकारी के अनुसार यह बैठक तय समय से लगभग तीन घंटे की देरी से शुरू हुई. विधायकों को बसों के जरिए ले जाया गया. एक विधायक ने कहा कि सब कुछ ठीक है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक कांग्रेस की विधायक दल की मीटिंग में 20 विधायक मौजूद नहीं थे.
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राजस्थान कांग्रेस विधायक दल की बैठक में प्रस्ताव पारित किया गया कि बीजेपी द्वारा लोकतंत्र का चीरहण राजस्थान की 8 करोड़ जनता का अपमान है. वे इसे स्वीकार नहीं करेंगे. विधायक दल की बैठक में यह भी कहा गया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और नेता राहुल गांधी पर विधायकों का विश्वास है और अशोक गहलोत सरकार का सर्वसम्मति से समर्थन करते हैं.
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गौरतलब है कि पार्टी पहले ही दावा कर चुकी है कि उसके पास 109 विधायकों का समर्थन है. पार्टी ने उप मुख्यमंत्री और पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष सचिन पायलट के दावों को खारिज कर दिया कि सरकार के पास बहुमत नहीं है. इस बैठक में यह भी कहा गया कि कांग्रेस सरकार और पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल पदाधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए.
कैबिनेट मंत्री ने कहा मैं पायलट के साथ
राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच रमेश मीणा ने कहा है कि मैं सचिन पायलट के साथ हूं. वहीं दूसरी ओर राजस्थान में जारी सियासी उठापटक के बीच सचिन पायलट ने आज शाम राहुल गांधी से मुलाकात का खंडन किया है. मीडिया रिपोर्ट के हवाले से बताया जा रहा था कि वह आज शाम राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे. हालांकि उन्होंने इससे इनकार कर दिया है. इसके बाद राजस्थान में सियासी घमासान थमता नजर नहीं आ रहा है.
Source : News Nation Bureau