2019 के आम चुनावों को देखते हुए हर पार्टी तैयारी से जुड़ी रणनीति बनाने में जुटी है। ऐसे में कांग्रेस इंतजाम करने में कैसे पीछे रह सकती है। कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों के मद्देनजर खास रणनीति बनाई है। पार्टी में वित्तीय चुनौती को दूर करने के लिए कांग्रेस ने डोर-टू-डोर कैंपेन करने की योजना बनाई है, जिसके तहत कांग्रेस के कार्यकर्ता न सिर्फ वोट मांगने बल्कि पार्टी के लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए भी घर-घर जाएंगे।
पार्टी के कोषाध्यक्ष अहमद पटेल और संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने कल कांग्रेस महासचिवों, प्रभारियों, प्रदेश इकाइयों के अध्यक्षों और कोषाध्यक्षों के साथ बैठक की जिसमें कई अन्य मुद्दों के साथ आगामी चुनावों के लिए वित्तीय इंतजामों को लेकर भी चर्चा हुई।
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बैठक में मौजूद रहे कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘बैठक में डोर टू डोर प्रचार अभियान, बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने और सीधे जनता से चंदा इकट्ठा करने की बात की गई। सीधे जनता से चंदा मांगना एक बेहतरीन योजना है। इससे पार्टी सीधे आम लोगों से जुड़ेगी।’
पार्टी की इस बैठक में शामिल रहे एक अन्य नेता ने कहा, ‘सबको पता है कि कारपोरेट जगत सत्तारूढ़ पार्टी के साथ है। कांग्रेस हमेशा से गरीबों और आम जनता की पार्टी रही है। अगर हम वोट के साथ चंदा मांगने के लिए भी सीधे आम लोगों तक जाएंगे तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।’
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उन्होंने कहा, ‘इस कदम से जनता के बीच यह भी संदेश जाएगा कि हम चुनावी चंदे को लेकर ईमानदार हैं और जीतने के बाद हम आम लोगों के लिए ही काम करेंगे।’
कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि पार्टी को यह स्वीकार करने में गुरेज नहीं करना चाहिए कि कार्पोरेट समूहों से उसे चंदा नहीं मिल रहा और वह आम जनता की मदद से चुनाव लड़ना चाहती है।
Source : News Nation Bureau