272 आंतरिक रूप से विस्थापित व्यक्ति (आईडीपी) अफगान नागरिक राजधानी काबुल से अपने गृह प्रांतों में लौट आए हैं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएनएचसीआर) और अफगान शरणार्थी और प्रत्यावर्तन मामलों के मंत्रालय द्वारा एक समन्वित कार्यक्रम के तहत प्रदान की गई सहायता से आईडीपी को गजनी, बामयान, दाइकुंडी और वर्दक प्रांतों में उनके घरों में वापस भेज दिया गया।
खारोटी के अनुसार, प्रत्येक परिवार को यूएनएचसीआर द्वारा अपने घरों में लौटने के लिए 200 डॉलर तक की पेशकश की गई थी।
मध्य दाइकुंडी प्रांत के पांच सदस्यीय परिवार के मुखिया सिद्दीके ने शिन्हुआ को बताया, हम अपने प्रांत में वापस लौटकर खुश हैं, क्योंकि हम देशभर में अच्छी सुरक्षा देख रहे हैं।
सिद्दीकी ने कुछ साल पहले संघर्ष से बचने के लिए अपना गृहनगर छोड़ दिया था और काबुल में एक साल के लिए किराये के घर में रहे। उन्होंने कहा कि वह घर जा रहे हैं और कृषि और पशुपालन में काम करना शुरू कर रहे हैं।
सात सदस्यीय परिवार के कमाने वाले मोहम्मद नसीम ने दो साल पहले अपना गृहनगर छोड़ दिया था।
उन्होंने कहा, अतीत में, हमारे प्रांत गजनी में युद्ध और असुरक्षा का माहौल था, इसलिए हम काबुल चले गए, लेकिन यहां हमें कठोर आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा।
अधिकारियों के मुताबिक, घर लौटने वालों को स्थानीय सहायता एजेंसियों से मदद मिलेगी।
काबुल में रहने वाले 6,000 से अधिक विस्थापित परिवारों को हाल के महीनों में कथित तौर पर उनके गृह प्रांतों में वापस भेज दिया गया है।
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Source : IANS