देश के सबसे बड़े 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में आए कोर्ट के फैसले को बीजेपी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने 'सही नही' करार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार को इस फैसले के खिलाफ ऊपरी अदालत में अपील करनी चाहिये।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वामी ने कहा, 'कोर्ट ने जो फैसला दिया, वह 'सही नही' है। इसे हाई कोर्ट में चुनौती दी जानी चाहिए।'
इतना ही नहीं स्वामी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, 'यह किसी तरह की नाकामयाबी नहीं है, यह उन अधिकारियों की खामियां है जों कि भ्रष्टाचार के खिलाफ ठीक से नहीं लड़े। इस स्थिति ने पीएम मोदी को सीख लेने की जरूरत है।'
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उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में देश की सरकार और अधिकारियों को भ्रष्टाचार से युद्ध स्तर पर लड़ने की जरुरत है।
उन्होंने बताया कि जब इस मामले में सुनवाई चल रही थी तब जज ने कहा था कि अधिकारियों में पहले इस मामले को लेकर खूब उत्साह देखने को मिला। लेकिन दिनों दिन यह बद से बदतर होता चला गया। संस्थाएं इस मामले में पूरी तरह से उदासीन हो गई थीं।
स्वामी ने केंद्र सरकार के नियंत्रण पर सवाल उठाते हुए कहा, 'सरकारी समितियों पर नियंत्रण पर यह एक प्रश्नचिन्ह है।'
सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा, 'मामला ट्रैक से जरूर उतरा है लेकिन इसे वापस लाया जा सकता है। हमारे पास पूरी तरह से ईमानदार अधिकारी और वकील हैं जो कि मंत्रियों की चमचागिरी नहीं करते।'
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रोहतगी पर भी साधा स्वामी ने निशाना
पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने इस फैसले का स्वागत किया है। इस बात पर भी स्वामी ने निशाना साधते हुए कहा, 'जब उन्हें अटॉर्नी जनरल बनाया गया था तब मैंने पीएम मोदी से एक खत लिखकर उनके उने अपॉइनमेंट का विरोध किया था। रोहतगी ने खुद इस केस में कुछ आरोपी कंपनियों की लड़ाई लड़ी है।'
इस आरोप के बाद मुकुल रोहतगी ने कहा, सुब्रमण्यम स्वामी को ऐसे झूठे आरोप लगाने की आदत है। उन्होंने का, 'मैंने 2012 में कुछ लोगों को जमानत दिलाने के लिए कोर्ट में पेशी की थी, इसके बाद मुझे जब अटॉर्नी जनरल बनाया गया तो फिर मेरे पास इस केस के संबंध में कुछ भी करने को नहीं रहा।'
उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत आरोप लगाना अर्थहीन है।
Source : News Nation Bureau