देश में पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तक 23 रैलियां कर चुके हैं. पार्टी नेताओं के मुताबिक, 70 वर्ष की उम्र में भी उनका जोश युवा नेताओं पर भारी पड़ता नजर आता है. हर दिन वह किसी न किसी राज्य में रैलियां कर रहे हैं. पिछले तीन दिनों के भीतर प्रधानमंत्री मोदी ने चार राज्यों में 10 जनसभाएं कीं. प्रधानमंत्री मोदी ने एक अप्रैल को असम के कोकरझार, पश्चिम बंगाल के जयनगर और उलबेरिया में जनसभाएं की. उन्होंने इसी दिन तमिलनाडु के मदुरै में मीनाक्षी मंदिर में दर्शन-पूजन भी किए थे. दो अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी ने तमिलनाडु के मदुरै, कन्याकुमारी, केरल के केरल के पथानामथिट्टा और तिरुवनंतपुरम में जनसभाएं कीं. आज तीसरे दिन प्रधानमंत्री मोदी असम के तामुलपुर, बंगाल के तारकेश्वर और सोनारपुर में रैलियां संबोधित कर रहे हैं.
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खास बात है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ ही दिनों पहले 26 मार्च से बांग्लादेश के अतिव्यस्त दो दिवसीय दौरे पर भी गए थे. विदेश दौरे से लौटने के बाद वह राज्यों के चुनावी दौरे पर जुट गए. चुनावी व्यस्तताओं के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने सरकारी कार्यों और कोविड 19 प्रबंधन पर असर नहीं पड़ने दिया है. केंद्र सरकार के एक उच्चस्तरीय अधिकारी ने बताया, प्रधानमंत्री मोदी की कोरोना प्रबंधन पर पैनी नजर है. वह लगातार कोरोना के बढ़ते मामलों और देश के सभी राज्यों में टीकाकरण की खुद निगरानी भी कर रहे हैं. किस राज्य में कितना टीकाकरण हुआ, हर दिन वह रिपोर्ट देखते हैं. राज्यों के दौरे के दौरान भी वह जरूरी फाइलें और कार्य निपटाते हैं.
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बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गोपाल कृष्ण अग्रवाल ने आईएएनएस से कहा, कुछ दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी केरल के पालक्काड में रैली करने पहुंचे थे. मैं भी उस रैली में प्रधानमंत्री मोदी से मिला. धूप से जब हम लोग परेशान दिख रहे थे, तब प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर गजब की ताजगी थे और वह पूरे उत्साह के साथ रैली संबोधित करने आए. उन्होंने पार्टी नेताओं से बात कर उत्साह बढ़ाया. मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी के पास ऊर्जा की दिव्य शक्ति है, जिसकी वजह से उन्हें इतनी ऊर्जा मिलती है. वह पार्टी नेताओं को अधिक से अधिक कार्य के लिए लगातार प्रेरित करते हैं.