चारधाम की यात्रा शुरू होने के साथ ही तीर्थस्थल श्रद्धालुओं से लबालब भर गया. सबसे ज्यादा भीड़ यमुनोत्री मंदिर में देखी गई, जहां लगभग 45,000 तीर्थयात्री मंदिर दर्शन करने पहुंचे. इसके चलते मंदिर की ओर जाने वाले संकीर्ण रास्ते पर चलना भी दूभर हो गया. इसी बीच खबर है कि, गढ़वाल हिमालय में दस हजार फीट से ज्यादा ऊंचाई पर स्थित इस धाम की यात्रा पर आए तीन श्रद्धालुओं की हार्ट अटैक से मौत हो गई है. पुलिस अधिकारी ने इस मामले में अधिक जानकारी दी है.
गौरतलब है कि, अधिकारियों से मिली सूचना के मुताबिक, तीर्थयात्रियों - मध्य प्रदेश के सागर जिले के रामगोपाल (71) और उत्तर प्रदेश के उन्नाव की विमला देवी (69) और मध्य प्रदेश के नीमच की रहने वाली संपत्तिबाई (62) की यमुनोत्री में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई.
शनिवार को बड़कोट से जानकीचट्टी तक विभिन्न स्थानों पर तीर्थयात्री फंसे रहे और सुबह तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं. ट्रेक मार्ग पर भीड़भाड़ भक्तों के लिए खासी परेशानी का कारण बना.
ठहर-ठहर कर करें यात्रा..
बता दें कि, यमुनोत्री धाम की पैदल यात्रा काफी कठिन है. इस यात्रा में कई बार ऑक्सीजन की कमी और अत्याधिक ठंड महसूस होती है, जो श्रद्धालुओं की तबीयत बिगाड़ सकती है, लिहाजा हेल्थ एक्सपर्ट्स भक्तों को इस यात्रा को ठहर-ठहर कर पूरा करने की सलाह देते हैं.
वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड मौसम विभाग ने प्रदेश के पांच जिलों- उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में 45-50 किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई है. साथ ही जिलों के लिए बारिश का ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी करते हुए, आंधी-तूफान और ओलावृष्टि की चेतावनी दी है.
Source : News Nation Bureau