नए कृषि कानून (Agriculture Law) के विरोध में हरियाणा (Haryana) और पंजाब (Punjab) के किसान सड़क पर हैं. किसानों ने सरकार से मांग की है कि वह जल्द इस कानून को वापस ले. किसानों के समर्थन में एक तरफ शाहीन बाग के प्रदर्शन में पहुंचे लोग शामिल हो रहे हैं तो अब पूर्व खिलाड़ियों ने भी किसानों का समर्थन किया है. अब पद्मश्री (Padma Shri) और अर्जुन अवॉर्डी (Arjuna Award) समेत कई पूर्व खिलाड़ी भी शामिल हो गए हैं. इन पूर्व खिलाड़ियों ने सरकार को अपने पदक लौटाने का ऐलान भी कर दिया है. इन खिलाड़ियों का कहना है कि किसानों पर बल प्रयोग किया जाना कहीं से भी सही नहीं है और वह इसका विरोध करते हैं.
इन खिलाड़ियों ने किया किसानों का समर्थन
पिछले दो दिनों में ही पूर्व भारतीय बास्केटबॉल खिलाड़ी और अर्जुन पुरस्कार विजेता सज्जन सिंह चीमा, पंजाब में साथी अर्जुन और पद्म पुरस्कार विजेता खिलाड़ियों से संपर्क में हैं ताकि वे किसानों के विरोध प्रदर्शन के समर्थन में रैली कर सकें और राष्ट्रपति को अपने पुरस्कार लौटा सकें. चीमा को 30 से अधिक पूर्व ओलंपिक और अन्य प्रतियोगिताओं में पदक हासिल करने वाले खिलाड़ियों का समर्थन मिला है. इसमें गुरमेल सिंह और सुरिंदर सिंह सोढ़ी भी शामिल हैं, जो 1980 मास्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य थे.
इसे भी पढ़ें : अमित शाह और राजनाथ सिंह इसलिए दूर रहे किसानों की बैठक से
अब खबर आ रही है कि पद्मश्री व अर्जुन अवार्डी पहलवान करतार सिंह, अर्जुन अवार्डी बास्केटबाल खिलाड़ी सज्जन सिंह चीमा, हॉकी खिलाड़ी राजबीर कौर सहित 30 खिलाड़ी 5 दिसंबर को दिल्ली जाएंगे और अपने अवार्ड राष्ट्रपति भवन के बाहर छोड़ आएंगे. उन्होंने दिल्ली जा रहे किसानों को रोकने के लिए केंद्र और हरियाणा सरकार द्वारा वाटर केनन व आंसू गैस का इस्तेमाल किए जाने की कड़ी निंदा की है.
इसे भी पढ़ें : योगी आदित्यनाथ के इस 'मायावी' कदम से उद्धव ठाकरे के होश उड़े
किसानों के प्रदर्शन को लेकर पूर्व खिलाड़ी समर्थन में आ चुके हैं. सज्जन सिंह चीमा ने कहा कि हम सभी किसानों के बच्चे हैं. किसान पिछले कई महीनों से लगातार शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. किसानों के आंदोलन से किसी को भी कोई परेशानी नहीं हुई. इसके बावजूद जब वह दिल्ली जाने लगे तो उनपर वाटर कैनन और आंसु गैस के गोलों का इस्तेमाल किया गया.चीमा ने कहा कि अगर हमारे बुजुर्गों और भाइयों की पगड़ी ऐसे उछाली जाएंगी तो ऐसे पुरस्कार और अवार्ड रखकर क्या करेंगे? हमें ऐसे अवार्ड नहीं चाहिए और इसीलिए हम इन्हें लौटाने जा रहे हैं.
Source : News Nation Bureau