सरकार ने सोमवार को बताया कि पिछले तीन साल के दौरान आतंकवादी हमलों की वजह से भारत पाकिस्तान सीमा पर 31 भारतीय सैनिक शहीद हुए हैं. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा को बताया कि सामरिक कार्रवाई के दौरान 2016 में छह सैन्यकर्मी शहीद हुए जबकि 2017 में 13 और 2018 में 12 सैन्यकर्मी शहीद हुए.
राजनाथ सिंह ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि आतंकी हमलों का सामना करने के लिए सभी अग्रणी चौकियों को सुदृढ़ किया गया है. आधुनिक प्रौद्योगिकियों के इस्तेमाल से सभी अग्रणी चौकियों को सुदृढ़ करने में मदद मिली है.
इसे भी पढ़ें: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पाक की जीत पर शोएब अख्तर ने टीम को दी ये सलाह
उन्होंने एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया कि जिन क्षेत्रों में सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) अधिनियम (एएफएसपीए) लागू है वहां 2016 में 113 सैनिक शहीद हुए, वर्ष 2017 में 125 और 2018 में 96 सैनिक शहीद हुए हैं.
रक्षा मंत्री के अनुसार, सीमा पर मुठभेड़ के दौरान 2016 में 14 सैनिक शहीद हुए जबकि 2017 में 28 और 2018 में 27 सैनिक शहीद हुए. एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में सिंह ने बताया कि बार बार हुए आतंकी हमलों में 2017 में 42 भारतीय सैनिक शहीद हुए और 2018 में 45 भारतीय सैनिक शहीद हुए.
HIGHLIGHTS
- भारत पाकिस्तान सीमा पर 31 भारतीय सैनिक शहीद हुए
- राजनाथ सिंह लोकसभा में प्रश्न के लिखित उत्तर में बताया
- 2016 में छह, 2017 में 13 और 2018 में 12 सैन्यकर्मी शहीद हुए