जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी (Jamia Millia Islamia University) के वीसी नजमा अख्तर मंगलवार को एफआईआर दर्ज करने को लेकर सीनियर दिल्ली पुलिस ऑफिसर के साथ मुलाकात की. सरकारी सूत्रों के मुताबिक जामिया यूनिवर्सिटी हिंसा मामले में पुलिस ने अब तक 9 पहचाने गए आरोपियों में से 3 की जांच की जा चुकी है, जबकि अन्य की जल्द ही जांच की जाएगी.
वहीं सरकारी सूत्रों की मानें तो जेएनयू हिंसा मामले में 43 संदिग्धों में से, 34 लोग जो एक व्हाट्सएप ग्रुप के सदस्य थे, दिल्ली पुलिस द्वारा नोटिस भेजे जाएंगे. 3 सहित कुल 8 संदिग्धों की जांच की गई है, जिन्हें पुलिस ने नामित किया था.
बता दें कि सोमवार को जामिया मिलिया इस्लामिया की कुलपति नजमा अख्तर ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों से मुलाकात की.इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि 15 दिसंबर को हुई हिंसा के दौरान दिल्ली पुलिस बिना इजाजत के कैंपस में घुसी थी. कुलपति ने कहा कि 15 दिसम्बर की घटना बहुत क्रूर थी. पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया कल से शुरू कर दी जाएगी. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस बिना प्रशासन की अनुमति के कैम्पस में आई और यहां के मासूम विद्यार्थियों की पिटाई की इस घटना की पहले दिन से निंदा कर रहे. पुलिस के खिलाफ लड़ाई जा रहेगी.
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वहीं, मंगलवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) का चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल जामिया कैंपस पहुंचा है. इसमें डीएसपी स्तर के अधिकारी य़हां के छात्रों से हिंसा को लेकर बातचीत करेंगे. अगले चार दिनों तक NHRC छात्रों के साथ बातचीत करेगी.