Advertisment

भारतीय वायुसेना के लिए 4 सीएच-47एफ चिनूक गुजरात पहुंचे

एयरोस्पेस कंपनी बोइंग ने रविवार को भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के लिए प्रथम चार सीएच-47एफ (आई) मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टर के गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पहुंचने की घोषणा की.

author-image
kunal kaushal
एडिट
New Update
भारतीय वायुसेना के लिए 4 सीएच-47एफ चिनूक गुजरात पहुंचे

चिनूक हलीकॉप्टर (फोटो - ani)

एयरोस्पेस कंपनी बोइंग ने रविवार को भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के लिए प्रथम चार सीएच-47एफ (आई) मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टर के गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह पहुंचने की घोषणा की. बोइंग की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि सीएच-47 एफ (आई) चिनूक को चंडीगढ़ भेजा जाएगा, जहां इन्हें औपचारिक रूप से इस साल के अंत में भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा. बयान में आगे कहा गया है, "सीएच-47 एफ (आई) चिनूक एक उन्नत मल्टी-मिशन हेलीकॉप्टर है, जो भारतीय सशस्त्र बलों को लड़ाकू और मानवीय मिशनों के पूरे स्पेक्ट्रम में बेजोड़ सामरिक एयरलिफ्ट क्षमता प्रदान करेगा."

Advertisment

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को युद्ध के समय देश की रक्षा करने और आपदा राहत अभियानों में योगदान के लिए भारतीय वायुसेना की प्रशंसा की. मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में कहा, 'वायुसेना का गठन 1932 में हुआ था. उस समय छह पायलट और 19 जवान थे लेकिन आज यह दुनिया की सबसे शक्तिशाली और बहादुर सेनाओं में शुमार है.'

उन्होंने कहा, 'देश की सेवा करने के लिए मैं तहे दिल से वायुसेना के योद्धाओं और उनके परिजनों का धन्यवाद करता हूं.' आगामी वायुसेना दिवस के संदर्भ में उन्होंने 1947 से अब तक हुए विभिन्न युद्धों में वायुसेना के योगदान को याद किया. आठ अक्टूबर 1932 को गठित होने के कारण इस दिन वायुसेना दिवस मनाया जाता है.

मोदी ने बताया कि 1947 में पाकिस्तान के हमले के बाद वायुसेना ने विकट परिस्थिति में जवानों और आवश्यक उपकरणों को युद्ध के मैदान पर पहुंचाया था. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान ने 1947 में जब श्रीनगर पर हमला कर दिया था तो वायुसेना ने सैनिकों को समय पर युद्धस्थल पर पहुंचने में मदद की थी. इसके अलावा 1965 में भी वायुसेना ने दुश्मनों को करारा जवाब दिया था.'

Advertisment

Source : News Nation Bureau

gujarat Indian Air Force Chinook
Advertisment
Advertisment