केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा है कि 400-500 मिलियन डोज अगले वर्ष जून-जुलाई और अगस्त के महीने तक देश के 25-30 करोड़ लोगो तक पहुंचा पायेगा. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इसके लिए तैयारियां तेजी से चल रही है और एक्सपर्ट ग्रुप भी बनाये गए है. कोविड के नाम से एक इंटेलिजेंस प्लेटफार्म तैयार किया गया है.
News Nation से खास बातचीत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा है कि कोविड वैक्सीन किसको पहले लगे, इसके लिए राज्य सरकार से लिस्ट मंगवाई गई है. मसलन हेल्थ वर्कस को पहले वैक्सीन लगना है. फ्रंट लाइन वर्कस को पहले लगना है. 65 साल से ज़्यादा उम्र के लोगो को लगना है. उसके बाद कम उम्र के लोगो को वैक्सीन दिया जायेगा.
राजधानी दिल्ली के बिगड़ते हालात पर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमने चेतावनी दी थी कि फेस्टिक सीजन, सर्दी की वजह, प्रदूषण के चलते दिल्ली में कोविड केस की संख्या बढ़ेगी. बिगड़ते हालात के चलते भारत सरकार को दखल देना पड़ा है. भारत सरकार के तरफ से ICU बेड बढ़ाने से लेकर टेस्टिंग कैपिसिटी को दुगना करना, मोबाइल टेस्टिंग वैन,अस्पतालों के अंदर इंस्पेक्शन के लिए गठित टीम में केंद्र सरकार एक्सपर्ट को शामिल करना, बाहर से मेडिकल स्टॉफ को दिल्ली लाना, ICMR, एम्स, नीति आयोग के एक्सपर्ट की ओर से ये सारी सहायता की जा रही है.
दिल्ली सरकार पर लापरवाही का कोई लेबल नहीं लगाना चाहता पर इतना साफ है कि दिल्ली या किसी और राज्य में जहां आर्थिक / मेडिकल उपकरण की मदद की ज़रूरत हुई, वो हमने उपलब्ध कराए. दिल्ली में शुरुआत में टेस्ट की सख्या 5-6 हज़ार थी. स्वाथ्य ने मंत्री कहा कि वैज्ञानिकों की ओर से प्रयास में कोई कमी नहीं है. हमारे यहाँ कुछ वैक्सीन थर्ड फेज के क्लिनिकल ट्रायल में पहुंच गए है. जो एडवांस स्टेज है, उनके जरिये अगले साल के शुरुआती महिनो में वैक्सीन उपलब्ध होने की सम्भावना है.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि मास्क सबसे बड़ा हथियार है कोरोना से बचाव में. मास्क ठीक से पहने. एक साथ घर में या बाहर खाना नहीं खाये. हाथ बार-बार धोते रहे. दस लाख -15 लाख हम रोज़ टेस्ट कर रहे है. इसलिए जरा सी तकलीफ होते ही टेस्ट कराए.
Source : News Nation Bureau