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शरद पवार, सिंधिया, दिग्विजय, प्रियंका चतुर्वेदी सहित 45 राज्यसभा सांसदों ने ली शपथ

शपथ लेने वाले में एनसीपी नेता शरद पवार, भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांग्रेस से दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे, शिवसेना से प्रियंका चतुर्वेदी प्रमुख रहे. इस बार चुने गए 61 सदस्यों में से 43 सदस्य पहली बार राज्यसभा पहुंचे हैं.

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Ravindra Singh
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Sharad Pawar

शरद पवार( Photo Credit : फाइल)

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देश के 20 राज्यों में नवनिर्वाचित 61 में से कुल 45  राज्यसभा (Rajya Sabha) सदस्यों ने बुधवार को उच्च सदन पहुंचकर शपथ ली. सभापति एम वेंकैया नायडू ने सभी को शपथ दिलाई. अनुपस्थित 16 सदस्य अब मानसून सत्र के दौरान शपथ लेंगे. यह पहली बार है कि जब दो संसद सत्रों के बीच में नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई गई. अमूमन शपथ ग्रहण समारोह संसद सत्र के दौरान होता है. शपथ लेने वाले में एनसीपी नेता शरद पवार, भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, कांग्रेस से दिग्विजय सिंह, मल्लिकार्जुन खड़गे, शिवसेना से प्रियंका चतुर्वेदी प्रमुख रहे. इस बार चुने गए 61 सदस्यों में से 43 सदस्य पहली बार राज्यसभा पहुंचे हैं.

कोरोना को देखते हुए सभी राज्यसभा सांसदों को सिर्फ एक सहयोगी ही साथ लाने की छूट मिली थी. नवनिर्वाचित सांसदों को संबोधित करते हुए उप राष्ट्रपति और सभापति एम वेंकैया नायडू ने कहा, देश के विधि निर्माता के रूप में आपका चुनाव हुआ है. अपने दायित्व के निर्वहन में आप सुनिश्चित करें कि सदन में आपका आचरण नियमों के अनुकूल हो, स्थापित मानदंडों के अनुरूप हो और सदन के बाहर आपका आचरण नैतिकता के मानदंडों के अनुसार हो. उन्होंने कहा, यद्यपि राज्य सभा के सदस्य के रूप में आपका कार्यकाल विधि और न्याय मंत्रालय की अधिसूचना के साथ ही प्रारंभ हो गया है, तथापि आप शपथ लिए बिना इस सदन और इसकी समितियों की बैठकों में भाग नहीं ले सकते थे.

20 राज्यों की 61 सीटों पर हुआ निर्वाचन
सभापति ने कहा कि नियमित द्विवर्षीय चुनावों और उपचुनावों में 20 राज्यों से 61 स्थानों पर निर्वाचन हुआ था, जिनमें कुछ अनुभवी लेकिन काफी संख्या में पहली बार बने नए सदस्य निर्वाचित हुए. आपको बता दें कि यह पहला मौका रहा जब अंतर सत्र की अवधि में सदस्य सदन के चैम्बर में शपथ ली गई कोविड-19 के मद्देनजर सामाजिक दूरी के मानकों का पालन किया जा सके. शपथ ग्रहण आमतौर पर या तो सत्र के दौरान होता है अथवा जब संसद सत्र नहीं होता है तब राज्यसभा के सभापति के चैम्बर में होता है. राज्यसभा के अधिकारियों के मुताबिक, प्रत्येक सदस्य को शपथ ग्रहण समारोह में अपने साथ केवल एक अतिथि को लाने की अनुमति होगी. राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस बारे में निर्णय किया है और इसमें राज्यसभा और लोकसभा दोनों से जुड़ी विभाग संबंधी संसद की स्थायी समितियों की बैठक शुरू करने और इन बैठकों में नये सदस्यों के हिस्सा लेने की इच्छा व्यक्त करने को ध्यान में रखा है. 

इस बार पहली बार उच्च सदन पहुंचने वाले सांसदों का आंकड़ा 72 फीसदी है
ज्ञात हो कि मध्य प्रदेश, झारखंड, गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक, अरुणाचल, मणिपुर आदि राज्यों की खाली सीटों पर राज्यसभा चुनाव हुए. इस बार राज्यसभा सदस्य बने 61 नेताओं में 43 पहली बार उच्च सदन पहुंचे हैं. यह आंकड़ा 72 प्रतिशत है. कार्यकाल पूरा करने वाले 61 में से सिर्फ 12 सदस्य ही वापसी करने में सफल हुए हैं. बीजेपी ने ज्यादातर नए चेहरों को इस बार चुनाव मैदान में उतारा था. कांग्रेस से बीजेपी में आने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्य प्रदेश से भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने में सफल रहे.

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