आज से ठीक 45 वर्ष पहले देश पर आपातकाल थोपा गया था. उस समय भारत के लोकतंत्र की रक्षा के लिए जिन लोगों ने संघर्ष किया, यातनाएं झेलीं, उन सबको मेरा शत-शत नमन! उनका त्याग और बलिदान देश कभी नहीं भूल पाएगा.
पीएम मोदी के अलावा आपातकाल की 45वीं बरसी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. आपातकाल के लिए कांग्रेस को कोसते हुए अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस में लोकतंत्र बहाल नहीं हो पाया है. वहां नेता घुटन महसूस कर रहे हैं. अमित शाह ने कांग्रेस को आत्मचिंतन की नसीहत दी है.
यह भी पढ़ें- मुश्किल में बाबा रामदेव की दवा कोरोनिल : राजस्थान के बाद महाराष्ट्र सरकार ने कही ये बात
गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को कहा, '45 साल पहले इस दिन सत्ता की लालच में एक परिवार ने देश में आपातकाल लागू कर दिया. रातों रात राष्ट्र को जेल में बदल दिया गया. प्रेस, अदालतें, मुक्त भाषण, सब खत्म हो गए. गरीबों और दलितों पर अत्याचार किए गए.'
कांग्रेस वर्किंग कमेटी का जिक्र करते हुए अमित शाह ने कहा, 'सीडब्ल्यूसी की हालिया बैठक के दौरान कुछ सदस्यों ने कुछ मुद्दों को उठाया, लेकिन उन पर चिल्ला गया और उनकी आवाज को दबा दिया गया. पार्टी के एक प्रवक्ता को बिना सोचे समझे बर्खास्त कर दिया गया. दुखद सच्चाई यह है कि कांग्रेस में नेता घुटन महसूस कर रहे हैं.'
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, 'भारत के विपक्षी दलों में से कांग्रेस को खुद से कुछ सवाल पूछने की जरूरत है. आपातकाल जैसी विचारधारा अभी भी क्यों पार्टी में है? ऐसे नेता जो एक वंश के नहीं हैं, बोलने में असमर्थ क्यों हैं? कांग्रेस में नेता क्यों निराश हो रहे हैं? अगर वह सवाल नहीं पूछते हैं तो लोगों से उनका जुड़ाव और कम हो जाएगा.'
Source : News Nation Bureau