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भारत में कोरोना का कहर चरम पर, 11 सितंबर तक 45.62 लाख मामले, 76,271 लोगों की मृत्यु हुई

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Dr. Harsh Vardhan ) ने सोमवार को कहा कि भारत में 11 सितंबर तक नोवेल कोरोना वायरस के कुल 45,62,414 मामले आए और 76,271 लोगों की संक्रमण से मृत्यु हो चुकी थी.

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nitu pandey
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11 सितंबर तक 45.62 लाख मामले, 76,271 लोगों की मृत्यु हुई( Photo Credit : फाइल फोटो)

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन (Dr. Harsh Vardhan ) ने सोमवार को कहा कि भारत में 11 सितंबर तक नोवेल कोरोना वायरस के कुल 45,62,414 मामले आए और 76,271 लोगों की संक्रमण से मृत्यु हो चुकी थी. उन्होंने बताया कि संक्रमण से मृत्यु दर 1.67 प्रतिशत है. हर्षवर्धन ने लोकसभा में कहा कि अब तक 35,42,663 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं और यह संख्या कुल मामलों का 77.65 प्रतिशत है.

उन्होंने कहा कि संक्रमण और उससे मौत के सर्वाधिक मामले मुख्यत: महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, ओडिशा, असम, केरल और गुजरात से आये हैं. उन्होंने कहा, ‘इन सभी राज्यों में मामलों की संख्या अलग-अलग एक लाख से अधिक है.’’ हर्षवर्धन ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों की संख्या 2.79 करोड़ से अधिक है और संक्रमण से 9.05 लाख से अधिक लोगों की मृत्यु हो चुकी है.

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उन्होंने कहा कि दुनिया में संक्रमण से मृत्यु की दर 3.2 प्रतिशत है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पूरी सरकार और संपूर्ण समाज के सहयोग से कोरोना वायरस से निपटने के प्रयासों के कारण भारत संक्रमण के मामलों और उससे जान गंवाने वाले रोगियों की संख्या को प्रति दस लाख आबादी पर 3,328 मामले और 55 लोगों की मौत तक सीमित रखने में सफल रहा है जो यह इसी तरह प्रभावित अन्य देशों की तुलना में दुनिया में सबसे कम दरों में से एक है.

उन्होंने कहा कि संक्रमण के माध्यम और बिना लक्षण वाले संक्रमण जैसे महामारी के अनेक मानकों पर अब भी अनुसंधान किया जा रहा है. एक बार संक्रमण होने के बाद व्यक्ति को पहले दिन से लेकर 14 दिन के बीच कभी भी बीमारी के लक्षण दिखाई दे सकते हैं. मंत्री ने कहा कि कोविड-19 के मुख्य लक्षणों में बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई होना है. भारत में करीब 92 प्रतिशत मामले हल्के लक्षण वाले हैं.

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उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कोविड-19 को सर्वोच्च स्तर की राजनीतिक चुनौती के तौर पर लिया. भारत महामारी से निपटने के लिए सामूहिक तौर पर खड़ा हुआ और अनुमान है कि सरकार के लिये गये फैसलों से संक्रमण के करीब 14-29 लाख मामलों को रोकने में और 37,000-38,000 लोगों को मौत से बचाने में मदद मिली.

उन्होंने कहा, ‘एक समय था जब पीपीई का स्वदेशी उत्पादन नहीं हो रहा था. आज हम इस मामले में आत्म-निर्भर हैं और निर्यात करने की भी स्थिति में हैं.’ मंत्री ने कहा, ‘मेरी अध्यक्षता में एक मंत्रिसमूह ने तीन फरवरी, 2020 को इसके गठन से लेकर अब तक 20 बार बैठक की हैं. इस मंत्रिसमूह में विदेश मंत्री, नागर विमानन मंत्री हैं.’ उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय ने देश में कोविड-19 प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं पर 10 मार्च को 11 अधिकार-प्राप्त समूहों का गठन किया था. 

Source :

coronavirus Harsh Vardhan Covid 19 case
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