पांच वर्षों के लिए, वह असम के ऐतिहासिक नागरिक रजिस्टर (NRC) का चेहरा रहे प्रतीक हजेला की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पिछले साल इसके लागू होने के बाद से ही प्रतीक हजेला का विवादों से चोली दामन का साथ रहा है. 31 अगस्त, 2019 को असम एनआरसी लागू होने के बाद पूरा होने के महीनों बाद, असम-मेघालय कैडर के 1995 बैच के आईएएस अधिकारी प्रतीक हजेला असम सरकार सहित एनआरसी से नाखुश लोगों का निशाना बने हुए हैं.
इसके बाद से हजेला पर एनआरसी डेटा से छेड़छाड़ और धन की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए अब तक 5 एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं. इनमें से तीन एफआईआर असम पब्लिक वर्क्स (एपीडब्ल्यू) ने दर्ज कराई जो एनआरसी अपडेशन प्रक्रिया की मुख्य याचिकाकर्ता है. एपीडब्ल्यू का दावा है कि वह हजेला पर हमला जारी रखेगा और कुल 22 एफआईआर दर्ज कराएगा.
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50 साल के हजेला को सुप्रीम कोर्ट ने एनआरसी राज्य कोऑर्डिनेटर के रूप में नियुक्त किया था जिससे वह पिछले साल नवंबर में मुक्त हो गए थे और मध्य प्रदेश लौट गए थे. करीबी सूत्रों का कहना है कि उन्हें जानबूझकर परेशान किया जा रहा है जबकि इसके पीछे कोई वजह नहीं है. 7 फरवरी को एपीडब्ल्यू ने हजेला पर डेटा से छेड़छाड़ का आरोप लगाते हुए सीआईडी में एफआईआर दर्ज कराई थी.
12 फरवरी को हजेला का नाम फिर सामने आया. उनके खिलाफ आधिकारिक एनआरसी वेबसाइट से डेटा के गायब होने के आरोप में मामला दर्ज हुआ. हजेला के खिलाफ वर्तमान एनआरसी कोऑर्डिनेटर ने यह एआईआर दर्ज कराई थी जिनका आरोप था कि हजेला विप्रो के साथ कॉन्ट्रैक्ट दोहराने में असफल रहे. एनआरसी कोऑर्डिनेटर ने एक पूर्व महिला कर्मचारी के खिलाफ भी दो आधिकारिक मेल आईडी का पासवर्ड न शेयर करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई जिन्होंने हजेला के कार्यकाल 2014 से 2019 में काम किया.
इस एफआईआर से पहले हजेला के खिलाफ सितंबर में ही तीन एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं जिनमें से एक एपीडब्ल्यू ने, दूसरी गोरिया मोरिया युवा छात्र परिषद और तीसरी डिब्रुगढ़ के एक शख्स ने दर्ज कराई.
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इसके बाद राज्य सरकार ने बयान जारी कर कहा कि हजेला अवैध विदेशियों के नामों वाली गलत एनआरसी को पब्लिश करने के लिए कुछ ताकतों के प्रभाव में काम कर रहे थे. इसके बाद नवंबर में एपीडब्ल्यू ने एक और एफआईआर दर्ज कराई. इस बार हजेला पर एनआरसी के लिए केंद्र द्वारा आवंटित राशि के दुरुपयोग का आरोप लगा.
HIGHLIGHTS
- असम में पूर्व एनआरसी कोऑर्डिनेटर प्रतीक हजेला पर 5 एफआईआर.
- सूत्रों के मुताबिक और भी एफआईआर दर्ज किए जा सकते हैं उनपर.
- हजेला पर एनआरसी डेटा से छेड़छाड़ और धन की हेराफेरी का आरोप लगा है.
Source : News Nation Bureau