जम्मू-कश्मीर के 5 पूर्व विधायकों को रिहा कर दिया गया है. रिहा किए नेताओं में दो नेता पीडीपी के, दो नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के और एक निर्दलीय है. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला अभी भी नजरबंद हैं. अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद से इन नेताओं को हिरासत में लिया गया था.
बता दें कि पीडीपी समेत कई दल पिछले कुछ वक्त से नजरबंद नेताओं की रिहाई की मांग कर रहे हैं. वहीं सरकार ने कहा कि जब समय आएगा सभी नेताओं को रिहा कर दिया जाएगा. इसी के तहत आज पांच नेताओं को रिहा किया गया. जिसमें दो नेता पीडीपी के, दो नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) के और एक निर्दलीय है.
सूत्रों की मानें तो जिन नेताओं को रिहा किया गया है उनमें अशफाक जब्बार, गुलाम नबी भट्ट, बशीर मीर, जहरू मीर और यसीर रेशी शामिल हैं.
बता दें कि कुछ दिन पहले एनसी ने कहा था कि वो नेताओं की रिहाई के लिए कानून का सहारा लेंगे. लेकिन इसके बाद इस खबर को खारिज करते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कांफ्रेंस नेता फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 को रद्द किए जाने के बाद से हिरासत में लिए गए राजनीतिक कार्यकर्ताओं व नेताओं को रिहा नहीं किए जाने तक अपनी हिरासत को रद्द करने के लिए कानूनी सहारा नहीं लेंगे.
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अनंतनाग से सांसद हसनैन मसूदी ने कहा कि हिरासत में लिए गए नेताओं के साथ 6 अक्टूबर को हमारी बैठक में इस पर सहमति बनी कि फारूक व उमर अब्दुल्ला के रिहाई के कानूनी विकल्प पर विचार नहीं किया जाएगा, जब तक कि पांच अगस्त से हिरासत में लिए गए सभी राजनेताओं को रिहा नहीं कर दिया जाता.
Source : News Nation Bureau